एनबीटी न्यूज, चिरंजीव विहार :
थैलीसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय उपन्यासकार के रूप में पहचान बनाने वाली ज्योति अरोड़ा का शुक्रवार को सम्मान किया गया। ज्योति अरोड़ा को स्मृति चिह्न व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बीके हनुमान व परमार्थ समिति के चेयरमैन वीके अग्रवाल ने कहा कि मात्र तीन महीने की उम्र में ही थैलीसीमिया हो जाने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पत्राचार विद्यालय से पढ़ाई शुरू करने के बाद अंग्रेजी से बीए आनर्स व एमए की। उन्होंने एमए साइकोलोजी की डिग्री भी हासिल की है और आज उनकी अलग पहचान है। वे उन लोगों के लिए मिसाल हैं,जो जीवन की थोड़ी सी कठिनाइयों में आकर हार मान लेते हैं। उनके लिए उनकी माता कौशल अरोड़ा ने भी त्याग किया और बेटी के लिए नौकरी तक छोड़ दी। नरेश कुमार गर्ग, सुभाष त्यागी, आर. सी. शर्मा, राकेश चंद्र अग्रवाल, विजय पाल नागर, मनोज नागर, आचार्य योगेश दत्त शास्त्री आदि भी मौजूद थे।