एनबीटी न्यूज, गाजियाबाद:
भाई दूज पर भाइयों से मिलने जाने वाली बहनों को शुक्रवार को रेलवे ने खूब परेशान किया। घंटों स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करने वाले लोगों का कहना है कि त्योहारों के सीजन में भी चार दर्जन से ज्यादा ट्रेनें लेट चल रही हैं। इतना ही नहीं कुछ तो 12 से 24 घंटे लेट हैं। इसके कारण बहुत से लोग दिवाली को अपने घर पर नहीं पहुंच पाए।
त्योहारी सीजन में भी रेलवे ट्रेनों को सही समय पर नहीं चला सका। शुक्रवार को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ रही। ट्रेन देरी से आने के चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बरेली की ओर जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस 12 घंटे देरी से चली। यात्रियों का कहना था कि आला हजरत पिछले दो महीने से लगातार लेट ही चल रही रही है, लेकिन रेलवे उसके टाइम में सुधार नहीं कर पा रहा है। इसके अलावा शहीद एक्सप्रेस भी 24 घंटे देरी से चली।
रेलवे सूत्रों के अनुसार दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें देरी से चलीं। इनमें कुछ प्रमुख ट्रेनें तो 6 से 24 घंटे तक लेट थीं। स्टेशन पर पहुंची पूजा सोलंकी को बरेली जाना था, लेकिन उनकी ट्रेन 12 घंटे लेट थी। यह पता लगने के बाद पूजा बस से बरेली के लिए रवाना हो गईं। ऐसा ही कुछ हाल स्वाति का भी रहा। स्वाति को अपने भाई से मिलने जाना था, लेकिन ट्रेन घंटों लेट होने के चलते उन्होंने जाना ही कैंसल कर दिया।
देरी से चलने वाली कुछ प्रमुख ट्रेनें
अवध-असम एक्सप्रेस 20 घंटे, आला हजरत 12 घंटे, शहीद एक्सप्रेस 24 घंटे, फरक्का एक्सप्रेस 16 घंटे, नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस 9 घंटे।
तत्काल में नहीं मिल रहे टिकट
शुक्रवार को तत्काल महज पांच मिनट के लिए ही खुल सका। इस दौरान रिजर्वेशन सेंटर से महज 60 टिकट ही बुक हुए। तत्काल के लिए आवेदन करने वालों में अधिकांश बिहार जाने वाले यात्री थे। छठ पर घर जाने के लिए जिन्हें पहले टिकट नहीं मिला, वे तत्काल के भरोसे थे। बिहार की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेनें फुल चल रही हैं और तत्काल का कोटा भी खत्म हो रहा है। कई ट्रेनों में वेटिंग टिकट भी नहीं थी।