ऐपशहर

'मां जानती है सब कुछ, मेरे हंसने-रोने और मौन के गर्भ में समा जाने का राज'

एनबीटी न्यूज, वैशालीसेक्टर-4 स्थित सेंट्रल पार्क में पेड़ों की छांव तले रचना पाठ की 49वीं गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें महिला रचनाकारों ने नारी विमर्श व ...

Navbharat Times 23 Oct 2018, 8:00 am

एनबीटी न्यूज, वैशाली

सेक्टर-4 स्थित सेंट्रल पार्क में पेड़ों की छांव तले रचना पाठ की 49वीं गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें महिला रचनाकारों ने नारी विमर्श व मार्मिक भाव को दर्शाती हुईं कविता, गजल व दोहे पेश किए। मुख्य अतिथि के रूप में महिला कवियत्री मृदुला प्रधान ने शिरकत की। उन्होंने एहसास, अनुभूतियों और भावनाओं पर आधारित कई कविताएं पेश की। वहीं, आरती स्मित ने 'मां' शीर्षक पर कविता पढ़ी। 'मां जानती है सब कुछ, मेरे हंसने-रोने, उदास होने और मौन के गर्भ में समा जाने का राज'। डॉ. भावना शुक्ला ने 'सभ्य समाज में फैल गया रोग, नारी की चिंता' कविताओं से समाज को जागरूक किया। डॉ. अंजू सुमन साधक, कवयित्री शालीन, डॉ. गीता गंगोत्री, शशिकांत, सुरेंद्र कुमार अरोड़ा, देवेंद्र कुमार, अनिता पंडित, राजदेव प्रसाद और सत्य सनातन ने भी अपनी कहानी, गजल व कविताओं से लोगों का मनोरंजन किया। कार्यक्रम में मंच का संचालन कवि अवधेश सिंह ने किया। इस दौरान प्रकाशक शिवानंद तिवारी, उपेंद्र भंडारी, भीष्म दत्त शर्मा, संगीता अरोड़ा, नरेंद्र मिश्रा, एस. के. कपूर, उमाशंकर, अविनाश गुप्ता, एस. पी. त्यागी, एल. एस. राघव समेत कई लोग मौजूद रहे।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग