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Uttarakhand Glacier Burst: कुछ की अपनों से हुई बात तो कुछ अपनों की आवाज सुनने के लिए हैं परेशान

ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम और वैशाली इलाके में उत्तराखंड के बहुत लोग रहते हैं। जहां एक ओर ट्विटर पर लोग उत्तराखंड के चमोली जिले के निवासियों के लिए प्रार्थना के पोस्ट करते दिखे तो दूसरी ओर इंदिरापुरम और वैशाली के उत्तराखंडी कम्युनिटी के लोगों ने लगातार अपने संबंधियों से संपर्क करना शुरू कर दिया।

नवभारत टाइम्स 8 Feb 2021, 11:15 am
गाजियाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम चमोली में ग्लेशियर फटने से भयानक मंजर
चमोली में ग्लेशियर फटने से भयानक मंजर

उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेश्यिर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई। जिसके बाद अलर्ट जारी कर दिया गया। यह सूचना जैसे ही लोगों को मिली तो इस क्षेत्र से जुड़े लोगों में चिंता की लहर दौड़ गई।


ट्रांस हिंडन में बड़ी संख्या में रहते हैं उत्तराखंड के लोग
ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम और वैशाली इलाके में उत्तराखंड के बहुत लोग रहते हैं। जहां एक ओर ट्विटर पर लोग उत्तराखंड के चमोली जिले के निवासियों के लिए प्रार्थना के पोस्ट करते दिखे तो दूसरी ओर इंदिरापुरम और वैशाली के उत्तराखंडी कम्युनिटी के लोगों ने लगातार अपने संबंधियों से संपर्क करना शुरू कर दिया। कुछ परिवार ऐसे भी रहे जिनके घर के लोग हाल ही में चमोली के लिए निकले थे। लेकिन अब वे उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।

कल ही निकला था बड़ा भाई अब आ रहा फोन स्विच ऑफ
इंदिरापुरम के शक्ति खंड इलाके में रहने वाले हरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि उनका बड़ा भाई शनिवार को ही चमोली के लिए रवाना हुआ था। रविवार को जब इस हादसे के बारे में उन्हें पता लगा तो उन्होंने लगातार कॉल लगाना शुरू किया। लेकिन उनके बड़े भाई का फोन अब तक स्विच ऑफ आ रहा है।

माता-पिता का रो-रोकर हाल बुरा हो गया है। हरेंद्र ने बताया कि घरवालों की रात में आखरी बार बात हुई थी और इसके बाद से अब तक वह अपने बड़े भाई की आवाज सुनने तक के लिए तरस गए हैं। वहां पर उनके परिवार के लोग रहते हैं जिनसे मिलने के लिए उनका भाई चमोली के लिए गया हुआ है।


रिश्तेदारों को फोन किया तो आसपास से आ रही थी रोने की आवाज
इंदिरापुरम में रहने वाली मीना भंडारी ने बताया कि उनके कई रिश्तेदार हैं, जो चमोली जिले में रहते हैं, जब से उन्हें इस घटना के बारे में पता चला वह लगातार अपने रिश्तेदारों को कॉल लगाकर उनका हाल ले रही हैं। मीना भंडारी ने बताया कि वहां पर अभी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है, उनके परिवार में सभी सुरक्षित हैं।

उन्होंने बताया वहां पर उनके रिश्तेदार रहते हैं, जिनका सुबह तक कॉल नहीं लग रहा था। लेकिन अब उनसे बात कर पाए हैं। रिश्तेदारों से बात की तो सभी बेहद डरे हुए और दुखी थे, क्योंकि पास में हुई इस घटना ने उन्हें परेशान कर दिया है। वह बताती हैं कि फोन पर आसपास से रोने की आवाज भी उन्हें आ रही थी।

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भैया-भाभी का शाम को ले पाए हालचाल
इंदिरापुरम निवासी चंदन सिंह गोसाई ने बताया कि चमोली में उनके बड़े भाई और भाभी रहते हैं, जैसे ही रविवार को उन्हें इस हादसे के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत अपने भैया को फोन लगाया। लेकिन काफी समय तक उनसे बात नहीं हो पाई। इसके बाद पूरा घर परेशान हो गया, कोई दोपहर का खाना तक नहीं खा सका। लगातार वहां पर कई कॉल किए गए, हर फोन से ट्राई किया, सिम बदलकर भी कॉल किया। लेकिन बात नहीं हो सकी। शाम करीब 4 बजे मैं अपने भैया-भाभी से बात कर सके। उन्होंने बताया कि यहां पर नेटवर्क नहीं आ रहा था लेकिन वह सुरक्षित हैं। आसपास लोग काफी डरे हुए हैं लेकिन सब एक-दूसरे की मदद के लिए खड़े हैं।

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