गुरुवार को अभियान चलने के बावजूद शहर में चल रहे बिना नंबर वाले ऑटो
वरिष्ठ संवाददाता, गाजियाबाद
ऑटो चालकों की मनमानी और अव्यवस्था रोकने के लिए पुलिस ने गुरुवार को ऑपरेशन चक्रव्यूह चलाया। इसमें 476 ऑटो सीज किए गए, लेकिन पुलिस की यह कार्रवाई सिर्फ आम लोगों पर भारी पड़ी, उन्हें अधिक खर्चाकर घर तक पहुंचना पड़ा। दूसरे दिन शुक्रवार को भी ऑटो वालों के चक्रव्यूह में पुलिस फंसती दिखी। शहर की प्राइम लोकेशन से बिना नंबर के ऑटो चलते दिखाई दिए। पुराना बस अड्डा से राजनगर, डासना और गोविंदपुरम के लिए ऑटो चलते हैं। संजय और डासना के बीच चलने वाले कई ऑटो में नंबर तक नहीं था, वहीं कुछ ने इस प्रकार से नंबर लिखा था कि दिखाई ही नहीं दे रहा था।
शहर के विभिन्न रूट पर बिना नंबर के ऑटो चल रहे हैं, जो पुलिस के सामने से गुजरते हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं होती है। एसपी सिटी मनीष मिश्र ने बताया ऑटो में नंबर नहीं होना गंभीर मामला है। ऐसे ऑटो की तलाश कर उनपर कार्रवाई होगी। इसके लिए टीम लगाई गई है।
जिले में हुई लूट की कुछ घटनाओं में ऑटो चालाकों की भूमिका सामने आने के बाद पुलिस ने ऑटो की जानकारी जुटाने के लिए उनका सर्वे करवाया और हर चालक को ऑटो के अंदर ऑटो के नंबर के साथ मालिक की डिटेल और उसका नंबर देने के लिए कहा गया था, लेकिन पुलिस का यह अभियान तत्कालीन एसपी सिटी श्लोक कुमार के ट्रांसफर के साथ ही थम गया था।
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ऑटो में हुईं वारदात
9 मार्च 2019: डेंटिस्ट को ऑटो में बैठाकर लूटपाट की गई। रेप करने का प्रयास हुआ, गर्भवती बता कर बची
12 मार्च 2019: नोएडा से शेयरिंग ऑटो में बैठी डीयू की छात्रा से विजयनगर में मारपीट और लूटपाट
5 जून 2019: दिल्ली की पहली ऑटो चालक महिला से साहिबाबाद में ऑटो में लूटपाट
8 सितंबर 2019 : डॉक्टर को दिखाने जा रही कारोबारी की पत्नी से लूटपाट कर ऑटो से फेंक दिया था