सनी चौधरी, टीएचए
शूटआउट के बाद पुलिस वाहवाही लूट रही है, पुलिस अधिकारी मुठभेड़ को सही बता रहे हैं, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों और घटनास्थल को देख कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। लोगों की मानें तो बदमाशों को गोली मारने से पहले मौके पर तैनात सादे कपड़ों वाले पुलिसकर्मी ने वायरलेस सेट पर दो बदमाशों के साथ शूटआउट की जानकारी दी थी। इसके बाद कुछ और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, तब दोनों बदमाशों को गोली मारी गई। वहीं, पुलिस सूत्रों की मानें तो वर्षों से पुलिसकर्मियों को फायरिंग संबंधित कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई है। जिले में एकमात्र निवाड़ी में बने फायरिंग रेज में करीब पौने दो साल से किसी पुलिसकर्मी की ट्रेनिंग नहीं हुई है। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहा है कि हर बार पुलिस का निशाना बदमाशों के घुटने के नीचे तक ही कैसे रहता है। एक सवाल यह भी है कि बदमाशों के शूटआउट में घायल होने के बाद तुरंत अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। करीब 15 मिनट बाद मीडियाकर्मियों के पहुंचने के बाद फोटो सेशन करवाया गया। इसके बाद बदमाशों को अस्पताल ले जाया गया। एक बात और चौंकाने वाली रही। जिले में मोबाइल फरेंसिक वैन होने के बावजूद घटनास्थल पर टीम नहीं पहुंची। थाने के पुलिसकर्मियों ने ही बदमाशों के हथियार व मोबाइल जब्त किए। वहीं, आम तौर पर कोई वारदात होने पर पुलिस आधे घंटे से पहले मौके पर नहीं पहुंचती है। इस दौरान पुलिस बदमाशों का पीछा करना तो दूर पीड़ित से सही से घटना की जानकारी तक नहीं लेती है। ऐसे में इस वारदात में पुलिस का पांच मिनट में मौके पर पहुंचना भी सवाल पैदा कर रहा है।
क्या बिना पेट्रोल की बाइक पर आए थे बदमाश
घटनास्थल पर मिलीं दो बाइक में से पीड़ित की बाइक को पुलिसकर्मी तुरंत मौके से ले गए, जबकि काफी प्रयास के बाद भी बदमाशों की बाइक स्टार्ट नहीं हुई तो उसे मौके पर ही छोड़ गए। एक पुलिसकर्मी की मानें तो बाइक में पेट्रोल नहीं था। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बदमाश बिना पेट्रोल की बाइक में लूट करने आए थे। इसके अलावा मौके पर दोनों बाइक का साइड स्टैंड खुला था, यानी पहले बाइक साइड स्टैंड पर खड़ी थी, बाद में उन्हें दूसरी ओर गिराया गया था। इस दौरान न तो बाइक जमीन पर घिसटीं और न ही स्टैंड बंद हुआ। क्या पुलिस से घिरा देख बदमाशों ने स्टैंड पर बाइक खड़ी की और फिर पुलिस पर फायरिंग की। इसके अलावा पुलिस का कहना है कि रास्ता दोनों ओर से घेरा गया था तो सवाल यह भी है कि ऐसे में बदमाशों का तीसरा साथी फरार कैसे हो गया।