- छठ के मौके पर वेटिंग टिकट पर स्लीपर और एसी कोच में सफर कर रहे हैं यात्री
वरिष्ठ संवाददाता, गाजियाबाद
छठ पूजा के चलते इस समय ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ हो रही है। यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में लोग स्लीपर और एसी कोच में सफर करने के लिए अब वेटिंग टिकट का सहारा ले रहे हैं। जबकि नियम यह है कि वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को स्लीपर और एसी कोच में सफर करने की परमिशन नहीं है। ऐसे में लोग टीटीई को रुपये देकर आसानी से वेटिंग टिकट पर ट्रेनों में यात्रा करते हैं, जिससे कन्फर्म टिकट पर यात्रा करने वाले लोगों को खासी परेशानी होती है। सबसे अधिक दिक्कत उन यात्रियों को हो रही है जो दो महीने पहले ही टिकट बुक करवा चुके हैं। आलम यह है कि थर्ड एसी कोच में एक के ऊपर एक यात्री चढ़कर सफर कर रहे हैं। यह सब टीटीई और आरपीएफ के जवानों से सेटिंग करके होता है। खास बात यह है कि रेलवे की तरफ से अलग-अलग ट्रेनों में 300 से अधिक यात्रियों को वेटिंग टिकट बांटे जा रहे हैं। इनमें से 10 वेटिंग पर बमुश्किल एक टिकट ही कंफर्म होता है। ऐसे में रेलवे टिकट कैंसलेशन के नाम पर जनता की मेहनत की कमाई लूट रहा है। 4 महीने तक जनता के मेहनत का पैसा रेलवे उपयोग करती है और बाद में भी टिकट वेटिंग होने पर उसमें से भी पैसा काटकर रिफंड किया जाता है। काउंटर टिकट वाले यात्री तो ट्रेन में सफर कर लेते हैं लेकिन ऑनलाइन टिकट यदि वेटिंग है तो ऐसे यात्री को बिना टिकट माना जाता है।