\B- उपचार करने के बाद प्रमाण पत्र देने से किया मना\B
एनबीटी न्यूज, गाजियाबाद
कंबाइंड अस्पताल में डॉक्टर की असंवेदनशीलता का एक और मामला सामने आया है। अस्पताल में तैनात एक सीनियर महिला चिकित्सक को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर अस्पताल में ही तैनात एक दूसरी महिला चिकित्सक ने उनका उपचार किया था। इस दौरान पीड़ित महिला डॉक्टर छुट्टी पर चली गई थीं। उपचार होने के बाद दोबारा से ड्यूटी जॉइन करने के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट की जरूरत थी लेकिन उपचार करने वाली डॉक्टर ने इसके लिए सक्षम होने पर भी सर्टिफिकेट नहीं बनाया। यह मामला विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कंबाइंड अस्पताल में तैनात एक सीनियर महिला चिकित्सक को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्या हो गई थी। जिसका अस्पताल में ही तैनात एक सीनियर महिला चिकित्सक ने उपचार शुरू किया था। उपचार के दौरान पीड़ित डॉक्टर छुट्टी पर चली गईं। अस्पताल प्रबंधन ने निजी डॉक्टर द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट को मानने से इनकार कर दिया और उसे सक्षम अधिकारी से प्रमाणित करवाए जाने की बात कही। जिसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने महिला अस्पताल में अपना चेकअप करवाया और फिटनेस सर्टिफिकेट देने की मांग की। इस दौरान कंबाइंड अस्पताल के सीएमएस ने निजी डॉक्टर के फिटनेस सर्टिफिकेट को प्रमाणित करने के लिए महिला अस्पताल की सीएमएस को भेज दिया। इसका असर यह हुआ कि महिला अस्पताल की ओर से पीड़ित डॉक्टर को फिटनेस प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया गया और कंबाइंड अस्पताल के सीएमएस की ओर से प्रमाणित करने के लिए भेजे गए सर्टिफिकेट को यह कहकर लौटा दिया कि इसे प्रमाणित करने का अधिकार सीएमओ के पास है। यह मामला स्वास्थ्य विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता का कहना है कि महिला डॉक्टर का फिटनेस सर्टिफिकेट उनके पास प्रमाणित होने के लिए आया था, जिसे जांच के बाद प्रमाणित कर दिया गया।