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रिटायर्ड IAS की कोठी को लोग कहने लगे 'भूत बंगला'

शक्ति खंड-2 के प्लॉट में रिटायर्ड आईएएस तुलसी गौड़ की पत्नी को दफनाए जाने को लेकर आसपास के लोगों ने सोमवार से उनकी कोठी को भूत बंगला कहना शुरू कर दिया। लोगों ने बताया कि कोठी नंबर ई-170 दो साल से बंद पड़ी हुई थी...

नवभारत टाइम्स 6 Jun 2017, 8:58 am
इंदिरापुरम
नवभारतटाइम्स.कॉम ias

शक्ति खंड-2 के प्लॉट में रिटायर्ड IAS तुलसी गौड़ की पत्नी को दफनाए जाने को लेकर आसपास के लोगों ने सोमवार से उनकी कोठी को भूत बंगला कहना शुरू कर दिया। लोगों ने बताया कि कोठी नंबर E-170 दो साल से बंद पड़ी हुई थी। यहां किसी को आते जाते नहीं देखा गया। रिटायर्ड अधिकारी ही अकेले सिर्फ कुछ महीने के लिए देखे गए थे इसलिए अब अचानक डेडबॉडी दफनाए जाने की खबर मिलने से लोग डरे हुए हैं।

रविवार शाम को शक्तिखंड-2 में एक रिटायर्ड आईएएस तुलसी गौड़ की कोठी में उनकी पत्नी शीला गौड़ (66) के शव को दफन किए जाने की सूचना से आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया था। इसके बाद लोगों ने कोठी के बाहर हंगामा भी किया था। गुस्साए लोग काफी देर तक शव को कब्र से बाहर निकालने पर अड़े हुए थे। लोगों ने बताया था कि दो दिन पहले ही दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में हार्ट के इलाज के दौरान शीला की मौत हो गई थी। परिजनों के विदेश में होने के कारण दो दिनों तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया था। रविवार शाम इनके परिजन घर पहुंचे तो तुलसी गौड़ ने पत्नी की इच्छा के अनुसार शव को घर के परिसर में ही दफना दिया था।

यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि डेडबॉडी को दफनाते हुए किसी को भनक नहीं लगी। किसके शव को दफनाया गया, यह भी नहीं पता चल पाया है। कॉलोनी के लोगों में इस तरह की चर्चा को देखते हुए प्लॉट से शव को निकालकर हटाने की मांग को लेकर सोमवार प्रेजिडेंट एम.एल. दुग्गल ने जीडीए वीसी से मुलाकात की। RWA का कहना है कि इस मामले में कानून के जानकारों की सलाह लेकर इंदिरापुरम थाने में भी शिकायत करेंगे।

टेंट लगाकर हुई थी खुदाई
रिटायर्ड आईएएस तुलसी गौड़ की कोठी के पास वाले प्लॉट नंबर-173 में नरेंद्र कुमार जैन रहते हैं। उन्होंने बताया कि रिटायर्ड आईएएस के नाम पर ही प्लॉट नंबर-171 की प्रॉपर्टी है। इसकी कुछ दिन पहले ही अचानक सफाई शुरू हो गई थी। सफाई के बाद वहां पर टेंट लगाकर घेराबंदी कर दी गई। इस तरह टेंट के अंदर क्या हो रहा है, उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी।

किसी ने दफनाते हुए नहीं देखा
कॉलोनी के लोगों ने बताया कि तुलसी गौड़ दो साल पहले अकेले ही कोठी नंबर ई-170 में रहने आए थे। यहां पर वह 2 से 3 महीने ही रहे होंगे। दो मंजिला कोठी में कुछ हिस्सा अभी अधूरा है। लोगों का कहना है कि वह अकेले ही खाना बनाते थे और आसपास में उनका बेहद कम संपर्क था।

जानकारी के अनुसार, शक्ति खंड-2 स्थित ई-170 नंबर कोठी में तुलसी गौड़ पत्नी शीला गौड़ (66) के साथ रहते थे। तुलसी गौड़ यूपी काडर से रिटायर्ड आईएएस हैं। करीब दो दिन पहले दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में हार्ट के इलाज के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। परिजनों के विदेश में होने के कारण दो दिनों तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया था। रविवार शाम सभी परिजन घर पहुंचे तो तुलसी गौड़ ने पत्नी की इच्छा के अनुसार शव को घर के परिसर में ही दफना दिया। धीरे-धीरे शव को घर में ही दफन करने की खबर पूरे इलाके में फैल गई।

इसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गुस्साए लोगों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। करीब 3 घंटे तक चले हंगामे के बाद एडीएम सिटी प्रीति जयसवाल मौके पर पहुंचीं। उन्होंने रिटायर्ड आईएएस और उनके परिजनों से बात की। बातचीत के बाद पता चला कि रिटायर्ड आईएएस की पत्नी की इच्छा थी कि मौत के बाद उनका शव घर में ही दफनाया जाए। एसपी सिटी आकाश तोमर ने बताया कि कानूनी रूप से यह कोई अपराध नहीं है। कानूनी रूप से उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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