सावन की शुरुआत और अंत सोमवार से होगा
एनबीटी न्यूज, टीएचए
सावन के पहले सोमवार को ट्रांस हिंडन के तमाम मंदिर भगवान शिव के जयघोष से गूंज उठे। श्रद्धालुओं ने सुबह से ही मंदिरों में विधि-विधान से पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। मंदिरों में सुबह से ही लोगों की लाइन लगी रही। पंडितों ने जयकारे के साथ पूजा-अर्चना कराई। महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी जलाभिषेक किया और भगवान शंकर के जयकारे लगाए।
सावन का महत्व
सावन का महीना पूजा अर्चना के लिए सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इंदिरापुरम शक्तिखंड-3 शिव मंदिर के पंडित कुलदीप शर्मा ने बताया कि सावन का महीना भगवान आशुतोष के लिए सबसे अधिक प्रिय है। पूरे सावन उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं को फल की प्राप्ति होती है। संतान के विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने, धन प्राप्ति के लिए और समृद्धता लाने के लिए सावन में भगवान शिव की पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को पंचामृत यानी दूध, दही, शहद, शक्कर और घी के साथ भगवान शिव की अराधना करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तीसरे सोमवार 24 जुलाई को पुष्य नक्षत्र रहेगा। इसलिए विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से मनोकामना पूरी होती है। वहीं पंडित आर. पी. पांडेय ने कहा कि इस बार सावन में श्रद्धालुओं के करीब 26 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है। इसमें सावन की शुरुआत और अंत सोमवार से होगा। लाजपत नगर स्थित शिव मंदिर के पंडित अच्छेलाल पांडेय ने बताया कि श्रद्धालुओं को भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने क लिए बेलपत्र का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि भगवान शंकर को सबसे अधिक प्रिय है।
यहां भी हुई पूजा
मोहन नगर शिव मंदिर, शालीमार गार्डन, शिवचौक स्थित मां जगदंबा मंदिर, इंदिरापुरम शक्तिखंड-3, वैशाली, वसुंधरा, सूर्यनगर आदि में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर घर-परिवार में सुख-शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 शिव मंदिर और सूर्यनगर मंदिर में भी सुबह से ही भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए लोगों की काफी भीड़ रही।
पी-टॉक
मैं 12 साल से भगवान शंकर का उपवास रखती हूं। शिव की स्तुति से ही इंसान की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। - शालिनी सिंह
भगवान शिव मेरे अराध्य हैं। उनकी आराधना से ही मेरी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। रोजाना पूजा करती हूं। - प्रिंयका
भगवान शिव की जो आस्था से पूजा करता है, उसके सारे काम बन जाते हैं। मैं हर बार सावन में उपवास करती हूं। - ईशा
भगवान देवों के देव महादेव हैं। उनकी पूजा अर्चना से सारे बिगड़े काम बन जाते हैं, सभी की उनमें आस्था है। - अलका गर्ग
सावन में शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। अगर श्रद्धालु शिव के मंत्रों का जाप कर पूजा अर्चना करते हैं तो उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है।
- पंडित गिरीश मिश्रा