-पंकज सिंह थे पहले सबसे बड़े दावेदार इस सीट से
-पंकज को दिया गया नोएडा विधानसभा सीट से टिकट
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2012 के चुनाव में क्या थी स्थिति
99984 वोट मिले थे सुनील शर्मा को पिछले चुनाव में
124332 वोट मिले थे अमरपाल शर्मा को पिछले चुनाव में
24348 वोटों से हार गए थे सुनील शर्मा
प्रमुख संवाददाता, साहिबाबाद
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीजेपी ने रविवार शाम साहिबाबाद सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। पूर्व विधायक व पिछले साल इस सीट से लड़ चुके सुनील शर्मा बीजेपी के कैंडिडेट होंगे। बता दें कि इस सीट पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा था, पर पार्टी ने पंकज सिंह को नोएडा से टिकट दिया है। वहीं सुनील शर्मा का नाम आते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। अब देखना होगा कि मतदाता उनपर कितना विश्वास करते हैं।
2 घंटे में बदला फैसला
साहिबाबाद सीट पर पंकज सिंह का नाम करीब-करीब फाइनल हो चुका था। सूत्रों का कहना है कि रविवार शाम नाम ऐलान होने से 2 घंटे पहले पासा पलट गया। माना जा रहा है कि यह बदलाव सुनील शर्मा के संघ में वरिष्ठ नेताओं के बीच मजबूत पैठ रखने के चलते हुआ। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सुनील शर्मा संघ के नेताओं के अलावा ब्राह्मण संगठनों के जरिये भी दबाव बना रहे थे। बताया जा रहा है कि वह पार्टी को ये साबित करने में भी सफल रहे कि 2012 में बीएसपी कार्यकाल के दौरान कई हजार फर्जी वोट बने थे और इसी वजह से उनकी हार हुई थी। पर इस बार क्षेत्र में बीजेपी के पक्ष में हवा बन रही है और उनके नाम को लेकर जिला स्तर भी किसी तरह का विरोध नहीं है।
धैर्य से लिया काम, नहीं छोड़ी उम्मीद
सुनील शर्मा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पिछले 6 महीनों से लगे हुए थे। पर बीच-बीच में पंकज सिंह के नाम को लेकर भी चर्चा उठती रही। चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही पकंज सिंह का नाम सबसे आगे निकल गया और सुनील शर्मा पीछे छूटते चले गए। यही नहीं ये अटकलें भी शुरू हो गई थीं कि टिकट न मिलने पर सुनील शर्मा का राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा। पर उन्होंने धैर्य दिखाते हुए पार्टी में अपना पक्ष रखना नहीं छोड़ा, जिसका फल उन्हें रविवार को मिल गया।
हो सकता है आखिरी मौका
चर्चा है कि बीजेपी ने सुनील शर्मा पर मुहर तो लगा दी है, लेकिन यह उनके लिए आखिरी मौका होगा। जानकार बता रहे हैं कि उनके लिए करो या मरो की स्थिति होगी। वह 2012 के चुनाव में बीएसपी के अमरपाल शर्मा से 24 हजार वोटों से हार गए थे। इस बार अमरपाल शर्मा कांग्रेस में आ गए हैं और माना जा रहा है कि वह फिर टक्कर देंगे।
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कैंडिडेट प्रोफाइल
नाम - सुनील शर्मा
उम्र - 54
एजुकेशन - पोस्ट ग्रैजुएट, एलएलबी
1991 से 1993 तक बीजेपी युवा मोर्चा गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष रहे।
1996 से 2000 तक बीजेपी महानगर के वाइस प्रेजिडेंट रहे।
2000 से 2003 तक महानगर अध्यक्ष रहे।
2003 से 2012 तक यूपी स्टेट ऐग्जिक्युटिव कमिट में मेंबर रहे।
2007 में गाजियाबाद सीट से रेकॉर्ड 25655 मतों से जीत दर्ज की थी।