गाजियाबाद
हर कोई कोरोना वायरस की महामारी को खत्म करने के लिए अपने-अपने स्तर से प्रहार कर रहा है। कुछ लोग पब्लिक को भोजन सामग्री पहुंचाकर मदद कर रहे हैं तो कुछ लोग खुद अपने एरिया को सैनिटाइज करके कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े पुष्पेंद्र रावत ने वाहनों को सैनिटाइज किए जाने के लिए एक कार तैयार कर दी है। इस कार में स्टीम वॉशर लगाया गया है। इस काम को उन्होंने बुधवार से मोदीनगर एरिया से शुरू किया है। अब वह और उनकी टीम शहर के सभी एरिया में जाकर वाहनों के सैनिटाइज किए जाने का बीड़ा उठाया है।
प्रशासन की तरफ से पुष्पेन्द्र को अनुमति भी मिल चुकी है। पुष्पेंद्र रावत ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होने के कुछ समय पहले ही मुंबई से उन्होंने स्टीम वॉशर को मंगाया था। उस समय यह उद्देश्य नहीं था, लेकिन अब कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते इसका प्रयोग वाहनों को सैनिटाइज किए जाने के लिए करने का फैसला किया है।
185 डिग्री सेल्सियस की निकलती है भाप
पुष्पेन्द्र ने बताया कि इस मशीन से 185 डिग्री सेल्सियस का स्टीम निकलता है। जिससे कोई भी वायरस मर सकता है। पहले वाहनों को सैनिटाइज किया जाता है। इसके बाद इस मशीन से उसके अंदर के हर पार्ट को स्टीम दी जाती है। जिससे गाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित हो जाती है। इसे स्टीम वॉश टेक्नोलॉजी कहा जाता है।
हर कोई कोरोना वायरस की महामारी को खत्म करने के लिए अपने-अपने स्तर से प्रहार कर रहा है। कुछ लोग पब्लिक को भोजन सामग्री पहुंचाकर मदद कर रहे हैं तो कुछ लोग खुद अपने एरिया को सैनिटाइज करके कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े पुष्पेंद्र रावत ने वाहनों को सैनिटाइज किए जाने के लिए एक कार तैयार कर दी है। इस कार में स्टीम वॉशर लगाया गया है। इस काम को उन्होंने बुधवार से मोदीनगर एरिया से शुरू किया है। अब वह और उनकी टीम शहर के सभी एरिया में जाकर वाहनों के सैनिटाइज किए जाने का बीड़ा उठाया है।
प्रशासन की तरफ से पुष्पेन्द्र को अनुमति भी मिल चुकी है। पुष्पेंद्र रावत ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होने के कुछ समय पहले ही मुंबई से उन्होंने स्टीम वॉशर को मंगाया था। उस समय यह उद्देश्य नहीं था, लेकिन अब कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते इसका प्रयोग वाहनों को सैनिटाइज किए जाने के लिए करने का फैसला किया है।
185 डिग्री सेल्सियस की निकलती है भाप
पुष्पेन्द्र ने बताया कि इस मशीन से 185 डिग्री सेल्सियस का स्टीम निकलता है। जिससे कोई भी वायरस मर सकता है। पहले वाहनों को सैनिटाइज किया जाता है। इसके बाद इस मशीन से उसके अंदर के हर पार्ट को स्टीम दी जाती है। जिससे गाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित हो जाती है। इसे स्टीम वॉश टेक्नोलॉजी कहा जाता है।