गोरखपुर
पंचायत चुनाव की मतगणना 2 तारीख से जारी है, लेकिन अभी तक अंतिम परिणाम सामने नहीं आए हैं। वहीं, जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में कुल 68 वार्डों में प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था, जिनमें बीजेपी और एसपी के बीच कड़ा मुकाबला दिखा, जहां 20 वार्डों से बीजेपी के प्रत्याशी जीते हैं तो वहीं एसपी के 19 प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है।
गोरखपुर में 2 तारीख से जारी मतगणना का दौर अब तक तक चल रहा है। मतगणना सुस्त रफ्तार से चलने के पीछे अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों की अनुपस्थिति की वजह से हुई है। मतगणना में देरी पर प्रत्याशियों ने हंगामा किया तो जिला प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों को इसके लिए लगाया प्रत्याशियों ने इसका विरोध किया बाद में दूसरी और तीसरी शिफ्ट के बावजूद भी मतगणना पूरी नहीं हो सकी है।
जिले के 1294 प्रधान पदों में सभी के नतीजे घोषित हो चुके हैं। वहीं, 1700 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में 1600 की गिनती पूरी हो चुकी है, ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 16372 पदों पर ज्यादातर के नतीजे आ चुके हैं और कुछ आने बाकी है।
सबसे ज्यादा इंतजार जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम का है, जहां कुल 68 वार्ड हैं। इनमें सुबह 9 बजे तक 65 के परिणाम आ चुके थे। बीजेपी और एसपी में कांटे की टक्कर देखने को मिली है, जिसमें बीजेपी के 20 प्रत्याशी निर्वाचित हुए हैं। वहीं, एसपी के 19, निर्दलीय ने सबसे ज्यादा बाजी मारी है। 21 पदों पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे हैं। बीएसपी को दो, कांग्रेस, आप और निषाद पार्टी को एक-एक पदों पर विजय मिली है। शेष 3 वार्डों के नतीजे अभी आने बाकी हैं।
इन नतीजों में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की पुत्रवधू और वर्तमान में कैंपियरगंज से विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह 7310 वोटों से विजयी हुई हैं। वहीं, एसपी के जिला अध्यक्ष की भाभी आरती साहनी एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद अपना चुनाव हार गई हैं।
पंचायत चुनाव की मतगणना 2 तारीख से जारी है, लेकिन अभी तक अंतिम परिणाम सामने नहीं आए हैं। वहीं, जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में कुल 68 वार्डों में प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था, जिनमें बीजेपी और एसपी के बीच कड़ा मुकाबला दिखा, जहां 20 वार्डों से बीजेपी के प्रत्याशी जीते हैं तो वहीं एसपी के 19 प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है।
गोरखपुर में 2 तारीख से जारी मतगणना का दौर अब तक तक चल रहा है। मतगणना सुस्त रफ्तार से चलने के पीछे अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों की अनुपस्थिति की वजह से हुई है। मतगणना में देरी पर प्रत्याशियों ने हंगामा किया तो जिला प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों को इसके लिए लगाया प्रत्याशियों ने इसका विरोध किया बाद में दूसरी और तीसरी शिफ्ट के बावजूद भी मतगणना पूरी नहीं हो सकी है।
जिले के 1294 प्रधान पदों में सभी के नतीजे घोषित हो चुके हैं। वहीं, 1700 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में 1600 की गिनती पूरी हो चुकी है, ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 16372 पदों पर ज्यादातर के नतीजे आ चुके हैं और कुछ आने बाकी है।
सबसे ज्यादा इंतजार जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम का है, जहां कुल 68 वार्ड हैं। इनमें सुबह 9 बजे तक 65 के परिणाम आ चुके थे। बीजेपी और एसपी में कांटे की टक्कर देखने को मिली है, जिसमें बीजेपी के 20 प्रत्याशी निर्वाचित हुए हैं। वहीं, एसपी के 19, निर्दलीय ने सबसे ज्यादा बाजी मारी है। 21 पदों पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे हैं। बीएसपी को दो, कांग्रेस, आप और निषाद पार्टी को एक-एक पदों पर विजय मिली है। शेष 3 वार्डों के नतीजे अभी आने बाकी हैं।
इन नतीजों में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की पुत्रवधू और वर्तमान में कैंपियरगंज से विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह 7310 वोटों से विजयी हुई हैं। वहीं, एसपी के जिला अध्यक्ष की भाभी आरती साहनी एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद अपना चुनाव हार गई हैं।