गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक बस कंडक्टर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। दरअसल, बस कंडक्टर ने एटीएम से अपने खाते में बैलेंस चेक करना चाहा तो किसी और के 10 हजार रुपये निकल आए। बस कंडक्टर ने पैसे अपने पास रख लेने की बजाय इसे ले जाकर सीधे एसएसपी को सौंप दिए। एसएसपी ने कंडक्टर की ईमानदारी देख उनकी पीठ थपथपाई। अंबे नगरी के निवासी अजीत बस कंडक्टर हैं। महराजगंज जिले के निचलौल डिपो में तैनाती है। सोमवार की सुबह वह अपने भतीजे को स्कूल पहुंचाने निकले। लौटते वक्त असुरन चौराहे पर स्थित एसबीआई के एटीएम में बैलेंस चेक करने चले गए। अजीत के अनुसार, उन्होंने कार्ड लगाया और वह अपना पिन कोड दबाने ही वाले थे कि एटीएम शुरू हो गया और उसने 10 हजार रुपये बाहर कर दिए।
अजीत के मुताबिक, आसपास कोई नहीं था और ना ही कोई गार्ड मौजूद था। रकम को यूं ही छोड़ा नहीं जा सकता था। ऐसे में अजीत यह रकम लेकर एसएसपी के पास पहुंच गए। अजीत ने एसएसपी को पूरा मामला बताया और रकम सौंप दी ताकि वह उचित व्यक्ति तक पहुंचा सकें।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक बस कंडक्टर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। दरअसल, बस कंडक्टर ने एटीएम से अपने खाते में बैलेंस चेक करना चाहा तो किसी और के 10 हजार रुपये निकल आए। बस कंडक्टर ने पैसे अपने पास रख लेने की बजाय इसे ले जाकर सीधे एसएसपी को सौंप दिए। एसएसपी ने कंडक्टर की ईमानदारी देख उनकी पीठ थपथपाई।
अजीत के मुताबिक, आसपास कोई नहीं था और ना ही कोई गार्ड मौजूद था। रकम को यूं ही छोड़ा नहीं जा सकता था। ऐसे में अजीत यह रकम लेकर एसएसपी के पास पहुंच गए। अजीत ने एसएसपी को पूरा मामला बताया और रकम सौंप दी ताकि वह उचित व्यक्ति तक पहुंचा सकें।