गोरखपुर
बिहार में जिस शख्स के का 'कत्ल' हो चुका था, वही गोरखपुर में जिंदा मिला है। खबर के मुताबिक, बिहार के रहने वाले नीलकंठ मिश्रा की 8 साल पहले कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। मामले में परिजन की तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ आरोप तय किए थे। उन सभी ने अपनी जमानत भी करा ली थी। नीलकंठ मिश्रा के मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में जिंदा मिलने से बिहार पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। 9 साल पहले हत्या का केस दर्ज
बता दें कि बिहार के बांका जिले के बेलहर मनिहारी का रहने वाला नीलकंठ मिश्रा 8 साल पहले गांव के विनोद मिश्र की मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए निकला था लेकिन घर नहीं लौटा। उसकी तलाश में परिवार ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया लेकिन वह नहीं मिला। 10 माह पहले मां हेमा देवी ने डीआईजी के सामने पेश होकर शिकायत की थी कि 6 डिसमिल के लिए गांव के 9 लोगों ने उसके बेटे की हत्या कर दी है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर 9 लोगों पर आरोप तय कर दिए। बाद में सभी ने जमानत भी करा ली।
विक्षिप्त अवस्था नें जिंदा मिला नीलकंठ
इसी बीच नीलकंठ गोरखपुर में विक्षिप्त अवस्था में स्माइल होम नामक संस्था को मिल गए। बीते दिसंबर से यह संस्था उनका इलाज करा रही थी। लगातार काउंसलिंग के बाद उसने अपना नाम-पता बताया। तब संस्था ने वहां की पुलिस को जानकारी दी। नीलकंठ के जिंदा होने की खबर सुनकर बिहार पुलिस सकते में आ गई है। वहां से एक टीम नीलकंठ को लेने के लिए रवाना हो गई है।
बिहार में जिस शख्स के का 'कत्ल' हो चुका था, वही गोरखपुर में जिंदा मिला है। खबर के मुताबिक, बिहार के रहने वाले नीलकंठ मिश्रा की 8 साल पहले कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। मामले में परिजन की तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ आरोप तय किए थे। उन सभी ने अपनी जमानत भी करा ली थी। नीलकंठ मिश्रा के मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में जिंदा मिलने से बिहार पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि बिहार के बांका जिले के बेलहर मनिहारी का रहने वाला नीलकंठ मिश्रा 8 साल पहले गांव के विनोद मिश्र की मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए निकला था लेकिन घर नहीं लौटा। उसकी तलाश में परिवार ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया लेकिन वह नहीं मिला। 10 माह पहले मां हेमा देवी ने डीआईजी के सामने पेश होकर शिकायत की थी कि 6 डिसमिल के लिए गांव के 9 लोगों ने उसके बेटे की हत्या कर दी है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर 9 लोगों पर आरोप तय कर दिए। बाद में सभी ने जमानत भी करा ली।
विक्षिप्त अवस्था नें जिंदा मिला नीलकंठ
इसी बीच नीलकंठ गोरखपुर में विक्षिप्त अवस्था में स्माइल होम नामक संस्था को मिल गए। बीते दिसंबर से यह संस्था उनका इलाज करा रही थी। लगातार काउंसलिंग के बाद उसने अपना नाम-पता बताया। तब संस्था ने वहां की पुलिस को जानकारी दी। नीलकंठ के जिंदा होने की खबर सुनकर बिहार पुलिस सकते में आ गई है। वहां से एक टीम नीलकंठ को लेने के लिए रवाना हो गई है।