कानपुर
वाराणसी में जयगुरुदेव संस्थान के कार्यक्रम के चलते भगदड़ से हुई मौतों से कानपुर प्रशासन चौंकन्ना हो गया है। सोमवार को जिला प्रशासन ने इस प्रोग्राम की अनुमति कैंसल कर दी। यहां लाखों की भीड़ आने का अनुमान था। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कार्यक्रम 25 अक्टूबर को सनिगवां में होना था। इस दिन कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे। पड़ोसी जिलों के डीएम-एसपी को इसकी लिखित जानकारी भेजी जाएगी।
जयगुरुदेव के शिष्य उमाकांत महाराज का संगत समागम 25 अक्टूबर को कानपुर के पूर्वी कोने पर बसे सनिगवां के सजारी गांव में होना था। इसकी लिखित परमिशन 9 सितंबर को आयोजक ओमप्रकाश चतुर्वेदी को दी गई थी। इस कार्यक्रम में करीब चार हजार लोगों के आने का जिक्र था। हालांकि वाराणसी हादसे के बाद अफसरों के कान खड़े हुए और पुलिस के अलावा लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) की रिपोर्ट मांगी गई तो हर कोई हैरान रह गया। इसमें साफ कहा गया कि समागम में भारी भीड़ आ सकती है। आयोजक इतनी भीड़ संभालने में सक्षम नहीं हैं।
इसके बाद प्रशासनिक अफसरों ने कोई रिस्क नहीं लेते हुए सोमवार को परमिशन कैंसल कर दी। इसकी लिखित सूचना आयोजक को भेज दी गई है। उन्हें हिदायत दी गई है कि आसपास के जिलों में संस्था की यूनिटों को चिट्ठी भेजकर बताया जाए कि प्रोग्राम कैंसल हो चुका है। एडीएम के अनुसार, अब कोई आयोजन नहीं होगा। 25 अक्टूबर को कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे। पड़ोसी जिलों के डीएम-एसपी को चिट्ठी भेजकर इसकी जानकारी दी जाएगी, ताकि लोग कानपुर न आ सकें।
वाराणसी में जयगुरुदेव संस्थान के कार्यक्रम के चलते भगदड़ से हुई मौतों से कानपुर प्रशासन चौंकन्ना हो गया है। सोमवार को जिला प्रशासन ने इस प्रोग्राम की अनुमति कैंसल कर दी। यहां लाखों की भीड़ आने का अनुमान था। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कार्यक्रम 25 अक्टूबर को सनिगवां में होना था। इस दिन कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे। पड़ोसी जिलों के डीएम-एसपी को इसकी लिखित जानकारी भेजी जाएगी।
जयगुरुदेव के शिष्य उमाकांत महाराज का संगत समागम 25 अक्टूबर को कानपुर के पूर्वी कोने पर बसे सनिगवां के सजारी गांव में होना था। इसकी लिखित परमिशन 9 सितंबर को आयोजक ओमप्रकाश चतुर्वेदी को दी गई थी। इस कार्यक्रम में करीब चार हजार लोगों के आने का जिक्र था। हालांकि वाराणसी हादसे के बाद अफसरों के कान खड़े हुए और पुलिस के अलावा लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) की रिपोर्ट मांगी गई तो हर कोई हैरान रह गया। इसमें साफ कहा गया कि समागम में भारी भीड़ आ सकती है। आयोजक इतनी भीड़ संभालने में सक्षम नहीं हैं।
इसके बाद प्रशासनिक अफसरों ने कोई रिस्क नहीं लेते हुए सोमवार को परमिशन कैंसल कर दी। इसकी लिखित सूचना आयोजक को भेज दी गई है। उन्हें हिदायत दी गई है कि आसपास के जिलों में संस्था की यूनिटों को चिट्ठी भेजकर बताया जाए कि प्रोग्राम कैंसल हो चुका है। एडीएम के अनुसार, अब कोई आयोजन नहीं होगा। 25 अक्टूबर को कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे। पड़ोसी जिलों के डीएम-एसपी को चिट्ठी भेजकर इसकी जानकारी दी जाएगी, ताकि लोग कानपुर न आ सकें।