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थाने में ही रखा रहा शव, Kanpur Police मां-पत्नी को लगवाती रही चक्कर, लावारिस में कर दिया अंतिम संस्कार

Kanpur Police: कानपुर पुलिस की लापरवाही से एक मां और पत्नी को बेटे-पति का शव नहीं मिला। कानपुर पुलिस थाने का चक्कर लगवाती रही औ उसी थाने में युवक का शव रखा रहा।

Edited byविवेक मिश्रा | Lipi 5 Feb 2023, 10:42 am
कानपुरः यूपी के कानपुर में कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस युवक की थाने में गुमशुदगी दर्ज पुलिस तलाश कर रही थी। उसी युवक का अज्ञात में पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार करा दिया। युवक की मां और पत्नी थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस कर्मियों ने शव मिलने की जानकारी नहीं दी। जब इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी परिजनों को हुई तो कोहराम मच गया। पत्नी का कहना है कि पति का आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पाई। वहीं, मां की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
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बिधनू थाना क्षेत्र स्थित रमईपुर घाटूखेड़ा निवासी रामश्री ने बताया कि बीते 27 जनवरी को बेटा सुघर सिंह यादव (35) दोस्तों के साथ जाने की बात कह कर निकला था। इसके बाद बेटा घर नहीं लौटा। जब बेटा घर नहीं लौटा तो 28 जनवरी को थाने में जाकर सूचना दी, लेकिन पुलिस 30 जनवरी को गुमशुदगी रिपोर्ट की थी।

72 घंटे मोर्चरी में रखा रहा शव

बिधनू पुलिस को 28 जनवरी की सुबह हाइवे किनारे एक अज्ञात शव मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया था। पुलिस ने शव की शिनाख्त कराने कोशिश नहीं की, जबकि मृतक का शव 72 घंटे तक मोर्चरी में रखा रहा। पुलिस ने बीते 31 जनवरी को अज्ञात में पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार करा दिया।

आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पाई

मृतक की मां रामश्री ने बताया कि बीते 28 जनवरी से 4 फरवरी तक रोजाना थाने जाकर बेटे के मिलने की जानकारी जुटाती रही, लेकिन पुलिस ने अज्ञात शव मिलने की सूचना नहीं दी। वहीं, पत्नी का कहना है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से एक हफ्ते बाद पति के मौत की जानकारी मिल पाई है। आखिरी बार पति का चेहरा भी नहीं देख पाई। अंतिम संस्कार का हक भी छीन लिया। पुलिस ने जब अज्ञात शव के कपड़े दिखाए तो घटना खुलासा हो पाया।

जांच कर होगी कार्रवाई

एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ला के मुताबिक पुलिस को अज्ञात शव के शिनाख्त की कोशिश करनी चाहिए थी। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- सुमित शर्मा
लेखक के बारे में
विवेक मिश्रा
जन्मस्थली बाराबंकी है और कर्मस्थली तीन राज्य के कई शहर रहे हैं। 2013 में प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत की। मप्र जनसंदेश, पत्रिका, हिंदुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण होते हुए नवभारत टाइम्स के साथ डिजिटल मीडिया में कदम रखा।... और पढ़ें

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