कानपुर
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव सांई ने कहा है कि स्टील इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है। हालात कठिन हैं। उद्योग को बचाने के लिए सरकार ने एंटी डंपिंग ड्यूटी जैसे कई कदम उठाए हैं। पूरी उम्मीद है कि यह दौर गुजर जाएगा और उच्चतर खपत के अच्छे दिन आएंगे। सरकार इस इंडस्ट्री में रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट पर अब एक प्रतिशत खर्च कर रही है। इसके लिए डिवेलपमेंट फंड भी बनाया गया है।
आईआईटी कानपुर में सोमवार को नैशनल मेटलर्जिस्ट्स डे (NMD) पर आए सांई ने कहा कि भारत पूरी दुनिया में स्टील उत्पादन में दूसरा स्थान हासिल करने की ओर अग्रसर है। अभी चीन और जापान भारत से आगे हैं। फिलहाल देश में स्टील की प्रति व्यक्ति खपत 61 किलो है। जबकि दुनिया का औसत करीब 241 किलोग्राम है। इससे साबित होता है कि देश में स्टील इंडस्ट्री के विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। 2019 तक देश में स्टील उत्पादन को बढ़ाकर 300 मीट्रिक टन तक पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि सरकार क्वॉलिटी कंट्रोल पर भी ध्यान दे रही है। इन सभी चीजों के बावजूद स्टील उत्पादन ईको फ्रेंडली होना चाहिए। वहीं स्टील मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेटरी सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि डंपिंग की वजह से आए संकट को खत्म करना होगा। इंडस्ट्री को सपोर्ट देना होगा।
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव सांई ने कहा है कि स्टील इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है। हालात कठिन हैं। उद्योग को बचाने के लिए सरकार ने एंटी डंपिंग ड्यूटी जैसे कई कदम उठाए हैं। पूरी उम्मीद है कि यह दौर गुजर जाएगा और उच्चतर खपत के अच्छे दिन आएंगे। सरकार इस इंडस्ट्री में रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट पर अब एक प्रतिशत खर्च कर रही है। इसके लिए डिवेलपमेंट फंड भी बनाया गया है।
आईआईटी कानपुर में सोमवार को नैशनल मेटलर्जिस्ट्स डे (NMD) पर आए सांई ने कहा कि भारत पूरी दुनिया में स्टील उत्पादन में दूसरा स्थान हासिल करने की ओर अग्रसर है। अभी चीन और जापान भारत से आगे हैं। फिलहाल देश में स्टील की प्रति व्यक्ति खपत 61 किलो है। जबकि दुनिया का औसत करीब 241 किलोग्राम है। इससे साबित होता है कि देश में स्टील इंडस्ट्री के विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। 2019 तक देश में स्टील उत्पादन को बढ़ाकर 300 मीट्रिक टन तक पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि सरकार क्वॉलिटी कंट्रोल पर भी ध्यान दे रही है। इन सभी चीजों के बावजूद स्टील उत्पादन ईको फ्रेंडली होना चाहिए। वहीं स्टील मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेटरी सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि डंपिंग की वजह से आए संकट को खत्म करना होगा। इंडस्ट्री को सपोर्ट देना होगा।