आगरा
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक प्रेमी जोड़े की लाश पेड़ से लटकती पाई गई। मथुरा से गायब हुए लोकेश (19) और बबली (18) की लाश आगरा मथुरा के बॉर्डर पर बने गांव अटूश के पास सिकंदरा पुलिस ने बरामद की।
पुलिस ने दोनों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों के प्रेम संबध थे लेकिन उनके माता-पिता उनके खिलाफ थे। मई से अब तक आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिले में 9 प्रेमी जोड़े आत्महत्या कर चुके हैं।
एक ही दुपट्टे से लगाई फांसी
बल्लो चौधरी के खेत में लगे पेड़ पर प्रेमी-प्रेमिका के शव लटके देखे गए। दोनों ने एक ही दुपट्टे से पेड़ पर फांसी लगाई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों की लाशें नीचे उतारीं। युवक की जेब में मिले मोबाइल से उनकी पहचान मथुरा के थाना जमुना पार के गांव हयातपुर निवासी लोकेश पुत्र सर्जन सिंह के रूप में हुई। जबकि युवती का ना बबली है। वह भी उसी गांव के रहने वाले बनवारी की पुत्री थी। बबली वह बीए की छात्रा थी जबकि युवक टाइल्स का काम करता था।
पढ़ेंः लव लेटर लिख खुद को मार ली गोली, मौत
लड़की देखने आया था गांव
युवक के चचेरे भाई विष्णु ने बताया कि लोकेश पिता की मौत के बाद 6 साल से तमिलनाडु में रहकर टाइल्स लगाने का काम करता था। कुछ दिनों से उसको शादी वाले देखने के लिए आ रहे थे। शुक्रवार को वह तमिलनाडु से गांव आया था। मथुरा से पहुंचे परिजनों ने पुलिस को बताया वह सोमवार आधी रात के बाद साढ़े तीन बजे उठे तो लोकेश घर में नहीं था।
पहले भी कई प्रेमी जोड़े कर चुके हैं आत्महत्या
एनसीआरबी आंकड़े देखें तो परिवार के विरोध के बाद पूरे देश में 814 प्रेमियों ने 2015 में आत्महत्या की। इनमें से अधिकतर लड़कियां है। जिनकी संख्या 541 रही। फिरोजाबाद जिले के सिरौलिया गांव के योगेश कुमार यादव (20) और मनीषा यादव (18) ने 23 जुलाई को ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसी गांव के विक्रम यादव (22) और रूबी यादव (21) ने ट्रेन से कटकर जान दे दी थी।
सनौति गांव के भानू प्रताप (17) और कुमारी सुनहरी (16) ने 6 जुलाई को कासगंज जिले में ट्रेन से कटकर जान दे दी थी। 5 जुलाई को 21 वर्षीय युवक ने स्कूल जाने वाली लड़की को सारे लोगों के सामने गोली मार दी थी और बाद में खुद पर भी गोली चला ली थी। 7 जून को दसवीं में पढ़ने वाले पूनम और बबलू की लाश आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर में लटकती हुई मिली थी।
पढ़ेंः परिवार ने किया प्रेम विवाह का विरोध तो कर ली आत्महत्या
31 मई को देवेंद्र कुमार (23) और कृष्णा कुमार (20) ने एटा के गोपालपुर गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 28 मई को दसवीं के छात्र तनु जाट और बारहवीं के साथ गौतम सिंह बघेल ने आगरा एतमादपुर के गांव बिहारीपुर में पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
इसी तरह गांव ब्रेहरू में 15 मई को 20 वर्षीय भानू सिंह और 19 वर्षीय पुष्पा ने घरवालों के विरोध से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी।बताया मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का प्रतीत होता है। मौत का कारण जानने को पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक प्रेमी जोड़े की लाश पेड़ से लटकती पाई गई। मथुरा से गायब हुए लोकेश (19) और बबली (18) की लाश आगरा मथुरा के बॉर्डर पर बने गांव अटूश के पास सिकंदरा पुलिस ने बरामद की।
पुलिस ने दोनों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों के प्रेम संबध थे लेकिन उनके माता-पिता उनके खिलाफ थे। मई से अब तक आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिले में 9 प्रेमी जोड़े आत्महत्या कर चुके हैं।
एक ही दुपट्टे से लगाई फांसी
बल्लो चौधरी के खेत में लगे पेड़ पर प्रेमी-प्रेमिका के शव लटके देखे गए। दोनों ने एक ही दुपट्टे से पेड़ पर फांसी लगाई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों की लाशें नीचे उतारीं। युवक की जेब में मिले मोबाइल से उनकी पहचान मथुरा के थाना जमुना पार के गांव हयातपुर निवासी लोकेश पुत्र सर्जन सिंह के रूप में हुई। जबकि युवती का ना बबली है। वह भी उसी गांव के रहने वाले बनवारी की पुत्री थी। बबली वह बीए की छात्रा थी जबकि युवक टाइल्स का काम करता था।
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लड़की देखने आया था गांव
युवक के चचेरे भाई विष्णु ने बताया कि लोकेश पिता की मौत के बाद 6 साल से तमिलनाडु में रहकर टाइल्स लगाने का काम करता था। कुछ दिनों से उसको शादी वाले देखने के लिए आ रहे थे। शुक्रवार को वह तमिलनाडु से गांव आया था। मथुरा से पहुंचे परिजनों ने पुलिस को बताया वह सोमवार आधी रात के बाद साढ़े तीन बजे उठे तो लोकेश घर में नहीं था।
पहले भी कई प्रेमी जोड़े कर चुके हैं आत्महत्या
एनसीआरबी आंकड़े देखें तो परिवार के विरोध के बाद पूरे देश में 814 प्रेमियों ने 2015 में आत्महत्या की। इनमें से अधिकतर लड़कियां है। जिनकी संख्या 541 रही। फिरोजाबाद जिले के सिरौलिया गांव के योगेश कुमार यादव (20) और मनीषा यादव (18) ने 23 जुलाई को ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसी गांव के विक्रम यादव (22) और रूबी यादव (21) ने ट्रेन से कटकर जान दे दी थी।
सनौति गांव के भानू प्रताप (17) और कुमारी सुनहरी (16) ने 6 जुलाई को कासगंज जिले में ट्रेन से कटकर जान दे दी थी। 5 जुलाई को 21 वर्षीय युवक ने स्कूल जाने वाली लड़की को सारे लोगों के सामने गोली मार दी थी और बाद में खुद पर भी गोली चला ली थी। 7 जून को दसवीं में पढ़ने वाले पूनम और बबलू की लाश आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर में लटकती हुई मिली थी।
पढ़ेंः परिवार ने किया प्रेम विवाह का विरोध तो कर ली आत्महत्या
31 मई को देवेंद्र कुमार (23) और कृष्णा कुमार (20) ने एटा के गोपालपुर गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 28 मई को दसवीं के छात्र तनु जाट और बारहवीं के साथ गौतम सिंह बघेल ने आगरा एतमादपुर के गांव बिहारीपुर में पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
इसी तरह गांव ब्रेहरू में 15 मई को 20 वर्षीय भानू सिंह और 19 वर्षीय पुष्पा ने घरवालों के विरोध से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी।बताया मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का प्रतीत होता है। मौत का कारण जानने को पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।