मथुरा
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े दस्तावेज खंगालने के लिए एसटीएफ ने छानबीन की। इस घोटाले में शामिल बीएसए के कमरे में एसटीएफ ने तकरीबन साढ़े सात घंटे तलाशी ली और घोटाले से संबंधित दस्तवेजों अपने कब्जे में ले लिया। आपको बता दें कि पुलिस 12 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला में जांच कर रही है।
इतने बड़े घोटाले के सामने आने के बाद से ही बीएसए कार्यालय के कमरे को सील कर दिया गया था। यहां पुलिस की मौजूदगी में कमरा खोलने की नोटिस लगाई गई है। पुलिस को सूचनाएं मिल रही थीं कि भर्ती घोटाले के रैकेट से जुड़े दस्तावेजों को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है।
बीएसए के कमरे को एसटीएफ प्रभारी आलोक प्रियदर्शी, एसपी देहात आदित्य कुमार, एडीएम प्रशासन आदित्य कुमार, सीओ महावन आलोक दुबे और बीएसए चंद्रशेखर और मथुरा के पूर्व बीएसए संजीव कुमार की मौजूदगी में खोला गया।
कमरे की सघन तलाश अभियान सुबह से शाम तक चलती रही। इन दस्तावेजों से कई ऐसे राज पुलिस को मिले हैं, जिनसे घोटाले के रैकेट की कड़ियां पुलिस के हाथ लग सकती हैं।
एसपी देहात आदित्य कुमार ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कमरे से जो दस्तावेज मिले हैं, इनके आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े दस्तावेज खंगालने के लिए एसटीएफ ने छानबीन की। इस घोटाले में शामिल बीएसए के कमरे में एसटीएफ ने तकरीबन साढ़े सात घंटे तलाशी ली और घोटाले से संबंधित दस्तवेजों अपने कब्जे में ले लिया। आपको बता दें कि पुलिस 12 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला में जांच कर रही है।
इतने बड़े घोटाले के सामने आने के बाद से ही बीएसए कार्यालय के कमरे को सील कर दिया गया था। यहां पुलिस की मौजूदगी में कमरा खोलने की नोटिस लगाई गई है। पुलिस को सूचनाएं मिल रही थीं कि भर्ती घोटाले के रैकेट से जुड़े दस्तावेजों को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है।
बीएसए के कमरे को एसटीएफ प्रभारी आलोक प्रियदर्शी, एसपी देहात आदित्य कुमार, एडीएम प्रशासन आदित्य कुमार, सीओ महावन आलोक दुबे और बीएसए चंद्रशेखर और मथुरा के पूर्व बीएसए संजीव कुमार की मौजूदगी में खोला गया।
कमरे की सघन तलाश अभियान सुबह से शाम तक चलती रही। इन दस्तावेजों से कई ऐसे राज पुलिस को मिले हैं, जिनसे घोटाले के रैकेट की कड़ियां पुलिस के हाथ लग सकती हैं।
एसपी देहात आदित्य कुमार ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कमरे से जो दस्तावेज मिले हैं, इनके आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।