मेरठ/वाराणसी
यूपी में सांप्रयादिकता के मद्देनजर अतिसंवेदनशील वेस्ट यूपी के मेरठ सहित दूसरे शहर अयोध्या प्रकरण में प्रस्तावित फैसले को संगीनों के साए में रहेंगे। हर जिले मे अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई है। इसको लेकर मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, बागपत, शामली, बिजनौर, अलीगढ, आगरा आदि जिलों के डीएम और एसएसपी ने अडवाइजरी जारी की है। अडवाइजरी में सोशल मीडिया का प्रयोग को समझदारी से करने की अपील करते हुए गड़बड़ी करने पर जेल भेजने की चेतावनी तक दी गई है। अडवाइजरी में कहा गया कि फैसले के दिन ड्रोन से नजर रखी जाएगी। मंगलवार को मेरठ में ड्रोन को कुछ देर उड़ाकर अभियान भी चलाया गया।
सोशल मीडिया के लिए जारी की गई पुलिस की अडवाइजरी
सभी कॉल की रिकॉर्डिंग होगी, जो सुरक्षित रहेंगी।
वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया की निगरानी होगी।
नागरिकों के डिवाइस को मंत्रालय के सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
कोई गलत मेसेज किसी को मत भेजिए, सभी को इस बारे में बताएं।
राजनीति या वर्तमान स्थिति पर, सरकार या प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई आपत्तिजनक पोस्ट या विडियो आप रिसीव करते हैं, तो उसे कहीं सेंड न करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
किसी राजनीतिक या धार्मिक मुद्दे पर आपत्तिजनक मेसेज लिखना या भेजना अपराध है। ऐसा करने पर बिना वॉरंट के गिरफ्तारी हो सकती है।
पुलिस एक नोटिफिकेशन निकालेगी। साइबर अपराध पर ऐक्शन लिया जाएगा।
यह बहुत ही गंभीर प्रकरण है। वॉट्सऐप के सभी ग्रुप मेंबर और एडमिन इस विषय पर गहराई से सोचें।
कोई गलत मेसेज मत भेजिए। सभी को सूचित करें तथा इस विषय पर ध्यान रखें।
यूपी में सांप्रयादिकता के मद्देनजर अतिसंवेदनशील वेस्ट यूपी के मेरठ सहित दूसरे शहर अयोध्या प्रकरण में प्रस्तावित फैसले को संगीनों के साए में रहेंगे। हर जिले मे अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई है। इसको लेकर मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, बागपत, शामली, बिजनौर, अलीगढ, आगरा आदि जिलों के डीएम और एसएसपी ने अडवाइजरी जारी की है। अडवाइजरी में सोशल मीडिया का प्रयोग को समझदारी से करने की अपील करते हुए गड़बड़ी करने पर जेल भेजने की चेतावनी तक दी गई है। अडवाइजरी में कहा गया कि फैसले के दिन ड्रोन से नजर रखी जाएगी। मंगलवार को मेरठ में ड्रोन को कुछ देर उड़ाकर अभियान भी चलाया गया।
सोशल मीडिया के लिए जारी की गई पुलिस की अडवाइजरी
सभी कॉल की रिकॉर्डिंग होगी, जो सुरक्षित रहेंगी।
वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया की निगरानी होगी।
नागरिकों के डिवाइस को मंत्रालय के सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
कोई गलत मेसेज किसी को मत भेजिए, सभी को इस बारे में बताएं।
राजनीति या वर्तमान स्थिति पर, सरकार या प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई आपत्तिजनक पोस्ट या विडियो आप रिसीव करते हैं, तो उसे कहीं सेंड न करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
किसी राजनीतिक या धार्मिक मुद्दे पर आपत्तिजनक मेसेज लिखना या भेजना अपराध है। ऐसा करने पर बिना वॉरंट के गिरफ्तारी हो सकती है।
पुलिस एक नोटिफिकेशन निकालेगी। साइबर अपराध पर ऐक्शन लिया जाएगा।
यह बहुत ही गंभीर प्रकरण है। वॉट्सऐप के सभी ग्रुप मेंबर और एडमिन इस विषय पर गहराई से सोचें।
कोई गलत मेसेज मत भेजिए। सभी को सूचित करें तथा इस विषय पर ध्यान रखें।