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एक्सीडेंटल फायर से हुई सहारनपुर के भीम आर्मी जिलाध्यक्ष के भाई सचिन की मौत: एडीजी

सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली लगने से मौत को अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ प्रशांत कुमार ने महज एक हादसा माना है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 13 May 2018, 7:15 pm
शादाब रिजवी, मेरठ
नवभारतटाइम्स.कॉम युवकों की गिरफ्तारी की जानकारी देते एडीजी।
युवकों की गिरफ्तारी की जानकारी देते एडीजी।

सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली लगने से मौत को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मेरठ प्रशांत कुमार ने महज एक हादसा माना है। रविवार को एडीजी ने कहा कि एक्सीडेंटल फायर में सचिन की मौत होने की बात सामने आई है। इसकी पुष्टि के लिए मौका-ए-वारदात से मिले सबूत डीएनए जांच के लिए फरेंसिक लैब भेजे गए हैं।

सहारनपुर में सचिन वालिया की मौत 9 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से हो गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सचिन को सिर्फ एक गोली लगी थी, जो उसके शरीर से बरामद भी हो गई। हालांकि कुछ लोगों ने वालिया की मौत को हत्या बताते हुए इसे तूल देने की कोशिश की थी। रविवार को मेरठ जोन एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि हमें एक कमरे में खून पड़ा हुआ मिला है। कुछ लोगों ने खून के धब्बों को धोने का प्रयास भी किया। कमरे से जो फिंगरप्रिंट्स मिले हैं, उन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।

शुरुआत में ही परिजनों की तरफ से पूरी घटना को छिपाने और खून के धब्बे साफ करने से जाहिर है कि सचिन की मौत महज एक हादसे के तहत गोली लगने से हुई है। एडीजी ने यह जानकारी उस वक्त दी जब वह सचिन वालिया की मौत का बदला लेने के लिए दंगा भड़काने की साजिश रचने वाले गिरोह का खुलासा कर रहे थे। जिन वॉट्सऐप ग्रुप्स में दंगा भड़काने की चैटिंग हो रही थी, उनकी डिस्प्ले पिक्चर पर सचिन वालिया का फोटो लगा हुआ था।

एनबीटी ने जांच से जुड़े एक पुलिस अफसर के हवाले के शनिवार को ही हादसे में मौत होने का खुलासा कर दिया था। इस पुलिस अफसर का कहना था कि जिस मकान में यह हादसा हुआ उसको ट्रेस कर और ताला खुलवाकर वहां से हादसा होने के कई सबूत भी पुलिस ने हासिल कर लिए। जांच में पुलिस को पता चला कि सचिन अपने दोस्तों के साथ दूसरे साथी के मकान में बैठा था। वहीं पर हथियार देखने के चक्कर में फायर हो गया और गोली मुंह पर लगकर दो दांत तोड़ती हुई गले में जाकर फंस गई, जिसके बाद सचिन गिर गया। गिरने से उसके सिर के पिछले हिस्से में कान के पास कोई चीज लगकर दूसरा जख्म हो गया। खून अधिक बहने से उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी पुलिस थ्योरी की पुष्टि कर रही है।

24 ग्रुप्स में हो रही थी हिंसा भड़काने की साजिश

सचिन की मौत के बाद वेस्ट यूपी में बदले की नीयत से जातीय हिंसा भड़काने की साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। इस साजिश को अंजान देने की फिराक में लगे छह दलित युवकों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक रविंद्र मार्शल आर्ट्स का इंटरनैशनल प्लेयर है और गोल्ड मेटलिस्ट भी है।

ये दलित एक साथ 24 वॉट्सऐप ग्रुप्स पर सक्रिय रहकर करीब ढाई हजार लोगों को इससे जोड़ रहे थे। अपने वायरल मैसेज में ये लोग संदेश दे रहे थे कि भाई सचिन की कुर्बानी हम बर्बाद नहीं जाने देंगे। एडीजी ने बताया कि पकड़े गए राहुल, सतवीर और रविंद्र तीनों मेरठ जिले के हस्तिनापुर क्षेत्र, वहीं दीपक मेरठ शहर, नितिन और बंटी मोदीनगर गाजियाबाद के रहने वाले हैं।

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