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एक्सप्रेस-वे पर डेरा डालने की तैयारी, मुआवजे को लेकर जुटेंगे 26 गांवों के किसान

मेरठ के सोलाना में बने टोल प्लाजा (Solana Toll Plaza) पर 26 गांवों के किसान (Farmers Protest) एक समान मुआवजे की मांग के साथ धरने पर बैठेंगे। किसानों की यह भी मांग है कि डासना से मेरठ तक किसानों के आने-जाने के लिए सर्विस रोड बनाई जाए।

नवभारतटाइम्स.कॉम 11 Jun 2020, 8:30 am
मेरठ
नवभारतटाइम्स.कॉम फाइल फोटो
फाइल फोटो

कोरोना वायरस के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित सोलाना में बने टोल प्लाजा पर 26 गांवों के किसान एकसाथ धरने पर बैठेंगे। किसानों की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार एक प्रॉजेक्ट के लिए एक समान मुआवजा दिया जाए। और डासना से मेरठ तक किसानों के आवागमन के लिए सर्विस रोड बनाई जाए।

समाजवादी पार्टी के नेता पवन गुर्जर ने बुधवार को सोलाना गांव में किसानों से बातचीत की। पवन ने कहा कि अधिकारियों ने हमारे साथ धोखा किया है और इस बार आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। बता दें कि इससे पहले भी किसानों ने गाजियाबाद से मेरठ तक पैदल मार्च किया था। उस समय अधिकारियों ने आश्वासन देकर किसानों का धरना समाप्त करा दिया था, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है।

गौरतलब है कि दो महीने से बंद पड़ा एक्सप्रेस वे का काम कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ है। कहीं किसानों के प्रदर्शन को लेकर फिर से काम न रोकना पड़ जाए, इसे लेकर अधिकारी चिंतित हैं। 8 अगस्त 2011 को भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रथम अधिसूचना के आधार पर डीएम गाजियाबाद द्वारा 2013 में 19 गांवों में आर्बिट्रेशन अवार्ड घोषित किया गया। प्रभावित 19 गांवों के किसानों ने आपत्ति के साथ मुआवजा उठा लिया था। वहीं, प्रभावित किसानों ने गाजियाबाद सेशन कोर्ट में अपील की थी।

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