ऐपशहर

राज्यसभा चुनाव से 2022 तक...बदलते समीकरण के बीच यूपी में पार्टियां बदलने लगे राजनीतिक दलों के 'खास' लोग

यूपी में चुनावी समर की सुगबुगाहट शुरू होने के साथ ही पार्टियों के बदलने का दौर शुरू हो गया है। दलों के कई खास चेहरे अब राजनीतिक स्थिरता और भविष्य को देखते हुए सत्ता के करीब दिखने लगे हैं।

नवभारत टाइम्स 28 Oct 2020, 11:43 pm
शादाब रिजवी, मेरठ
नवभारतटाइम्स.कॉम 45546
योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव और मायावती (फाइल फोटो)

यूपी में उपचुनाव की चल रही बयार और 2022 की आम चुनाव की आहट के बीच वेस्ट यूपी के कई नेता सेफ सियासी घरौंदे की तलाश में जुटे हैं। वह राजनीतिक तौर पर पॉलिटिकल करियर बनाए रखने के लिए अपने पुरानी सियासी दलों और साथियों को छोड़कर नए दलों का दामन थाम रहे हैं। ऐसे में जो लोग सियासी दुश्मन के तौर पर आमने-सामने थे, वो अब दोस्त की भूमिका में दिखाई देने जा रहे हैं। ।

दरअसल, वेस्ट यूपी के बुलंदशहर से समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री किरनपाल सिंह ने हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी में शामिल करने का एलान किया। किरनपाल सिंह की पूरी सियासी पारी बीजेपी के खिलाफ गुजरी। उम्र के आखरी पड़ाव में वह सुरक्षित सियासी पारी खेलने और सत्ता का संरक्षण हासिल करने के लिए भगवा टीम में शामिल हो गए। मंगलवार को वेस्ट यूपी के बदायूं से कांग्रेस के दिग्गज नेता पांच बार के संसद सलीम शेरवानी साइकिल की सवारी करने लगे। उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर एसपी की सदस्यता ले ली।

राज्यसभा चुनाव से पहले एसपी के करीब आए कई नेता
वेस्ट यूपी में बीएसपी के हापुड़ जिले की धौलाना विधानसभा सीट से एक मात्र विधायक चौधरी असलम का भी चुनाव से पहले एसपी प्रेम जाग गया। कानूनी अड़चनों के चलते विधायकी खोने के डर के चलते वह खुद तो एसपी में शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने 2022 की सियासी फील्डिंग सजाते हुए अपनी पत्नी को मंगलवार को एसपी में शामिल करा दिया। हाालंकि खुद भी बीएसपी के राज्यसभा से उम्मीदवार के प्रस्तावक से अपना नाम वापस लेकर अखिलेश यादव के समर्थन में जा पहुंचे।

2022 के चुनाव से पहले हो रही घेराबंदी
कभी टिकट नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी से किनारा कर चुके पूर्व विधायक हाजी जमीरउल्लाह खान बीएसपी में शामिल हो गए थे, लेकिन किन्ही कारणों से बीएसपी ने उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जो जिन पहले वह लखनऊ जाकर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर घर वापसी की नींव रख आए। दो बार के विधायक जमीरउल्लाह का कहना है कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात हुई थी। मुझे सदस्यता ग्रहण करने के लिए चार नवंबर को बुलाया है। उन्होंने कहा कि अपने सभासदों, समर्थकों से चर्चा करने के बाद पार्टी में शामिल होने जाऊंगा। अलीगढ़ ही कांग्रेस के एक दिग्गज नेता पूर्व सांसद के भी चार नवंबर को ही एसपी में शामिल होने की चर्चा आम हैं। बताया जा रहा है कि कई बार चुनाव रण में कूद चुके पूर्व सांसद का एसपी प्रेम 2022 के चुनाव को देखते हुए जागा हैं।

पश्चिमी यूपी में तेज हुई उथल-पुथल
इससे पहले भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी में वेस्ट यूपी के कई पूर्व विधायक, बीएसपी और दूसरे दलों के काफी नेता शामिल हो चुके हैं। इसी तरह वेस्ट यूपी के कई दूसरे नाम भी हाल फिलहाल में सियासी पाला बदल चुके हैं। माना जा रहा है कि जैसे जैसे 2022 का चुनाव नजदीक आएगा वैसे वैसे कई और राजनेता भी अपना पाला बदलकर दूसरे दलों में जा सकते हैं।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग