मेरठ/श्रीनगर
मेजर केतन शर्मा। नाम सुनते ही वह दिलेर और हंसमुख चेहरा नजरों के सबके सामने आ जाता है। लाख मुश्किलें हों, लेकिन कभी उनके चेहरे पर तनाव नहीं दिखता था। सोमवार को भी उन्हें खबर मिली की कुछ आतंकी एक बिल्डिंग में छिपे हैं। खबर मिलते ही मेजर शर्मा टीम के साथ बिल्डिंग के करीब पहुंचे और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। भारतीय सेना की जोरदार कार्रवाई से डरकर कुछ और आतंकी बिल्डिंग से भाग निकले, लेकिन मेजर केतन शर्मा उन्हें छोड़ने वाले कहां थे। बिल्डिंग से भाग झाड़ियों में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। मगर तभी आतंकियों की ओर से चलाई एक गोली मेजर केतन के सिर में लगी और देश का यह सपूत शहीद हो गया। सबको हंसाने वाला मेजर केतन सबको रुलाकर चला गया। हालांकि जाने से पहले भारत के इस वीर सपूत ने आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचा चुका था। शहीद मेजर का शव आज दोपहर तक मेरठ लाया जाएगा। मेरठ के रहने वाले मेजर केतन शर्मा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ बिपिन रावत आज श्रद्धांजलि देंगे। शहीद मेजर शर्मा को जानने वाले बताते हैं कि वह बेहद जिंदादिल और हंसमुख इंसान थे। आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी होने के बावजूद खुद भी हमेशा हंसते रहते थे और दूसरों को भी हंसाते रहते थे। उनके चेहरे पर कभी तनाव नहीं रहता था।
वर्ष 2012 में सेना में शामिल हुए थे मेजर शर्मा
मेजर केतन शर्मा वर्ष 2012 में सेना में शामिल हुए थे। मेजर शर्मा के परिवार में चार साल की बेटी कैरा और पत्नी इरा शर्मा हैं। अभी 27 मई को वह छुट्टी से वापस कश्मीर गए थे। शहीद हुए मेजर केतन शर्मा का परिवार गम में डूबा हुआ है। उनके परिवार ने कहा, ‘सरकार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे।’ मेजर के ताऊ अशोक शर्मा ने कहा, 'सरकार शहादत का बदला ले और बार-बार की लड़ाई बंद करे।’
शहीद की मां को अब तक नहीं बताया गया है कि उनका बेटा देश के लिए कुर्बान हो गया है। वह बार बार पूछ रही हैं कि उनका बेटा कैसा है। केतन को याद करते हुए उनके दोस्त मेजर आदित्य मलिक ने बताया कि कुछ दिन पहले ही केतन की बेटी का बर्थडे मनाया गया था। इसमें हम सब साथ रहे। हमने खूब इंजॉय किया था। केतन बेहद जिंदादिल थे। नौकरी में तमाम चुनौतियों के बीच वह खुश रहते थे। कभी उसके चेहरे पर शिकन नहीं देखी।’
शहीद मेजर के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता
इस बीच राज्य सरकार ने शहीद मेजर के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहीद के परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद की याद में एक सड़क का नामकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और देश शहीद के साथ खड़ा है। बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर तक सेना के विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंच सकता है।
बता दें कि सुरक्षा बलों को सोमवार सुबह-सुबह आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। आतंकियों की इसकी भनक लगी और उन्होंने सुरक्षाबलों पर हमला करना शुरू कर दिया। इस हमले में मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए वहीं एक अन्य अधिकारी और 2 जवान घायल हो गए। एनकाउंटर वाली जगह से बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
आईईडी विस्फोट में घायल दो जवानों की मौत
पुलवामा के अरिहल गांव में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के एक वाहन पर आईईडी के जरिए हमले में घायल दो जवानों की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने सेना के एक गश्ती काफिले को निशाना बनाते हुए एक वाहन से बंधे आईईडी में विस्फोट कर दिया था। इसमें 9 जवान और 2 नागरिक घायल हो गए थे। घायल जवानों में से दो की मंगलवार को मौत हो गई।
मेजर केतन शर्मा। नाम सुनते ही वह दिलेर और हंसमुख चेहरा नजरों के सबके सामने आ जाता है। लाख मुश्किलें हों, लेकिन कभी उनके चेहरे पर तनाव नहीं दिखता था। सोमवार को भी उन्हें खबर मिली की कुछ आतंकी एक बिल्डिंग में छिपे हैं। खबर मिलते ही मेजर शर्मा टीम के साथ बिल्डिंग के करीब पहुंचे और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। भारतीय सेना की जोरदार कार्रवाई से डरकर कुछ और आतंकी बिल्डिंग से भाग निकले, लेकिन मेजर केतन शर्मा उन्हें छोड़ने वाले कहां थे। बिल्डिंग से भाग झाड़ियों में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। मगर तभी आतंकियों की ओर से चलाई एक गोली मेजर केतन के सिर में लगी और देश का यह सपूत शहीद हो गया। सबको हंसाने वाला मेजर केतन सबको रुलाकर चला गया। हालांकि जाने से पहले भारत के इस वीर सपूत ने आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचा चुका था।
वर्ष 2012 में सेना में शामिल हुए थे मेजर शर्मा
मेजर केतन शर्मा वर्ष 2012 में सेना में शामिल हुए थे। मेजर शर्मा के परिवार में चार साल की बेटी कैरा और पत्नी इरा शर्मा हैं। अभी 27 मई को वह छुट्टी से वापस कश्मीर गए थे। शहीद हुए मेजर केतन शर्मा का परिवार गम में डूबा हुआ है। उनके परिवार ने कहा, ‘सरकार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे।’ मेजर के ताऊ अशोक शर्मा ने कहा, 'सरकार शहादत का बदला ले और बार-बार की लड़ाई बंद करे।’
शहीद की मां को अब तक नहीं बताया गया है कि उनका बेटा देश के लिए कुर्बान हो गया है। वह बार बार पूछ रही हैं कि उनका बेटा कैसा है। केतन को याद करते हुए उनके दोस्त मेजर आदित्य मलिक ने बताया कि कुछ दिन पहले ही केतन की बेटी का बर्थडे मनाया गया था। इसमें हम सब साथ रहे। हमने खूब इंजॉय किया था। केतन बेहद जिंदादिल थे। नौकरी में तमाम चुनौतियों के बीच वह खुश रहते थे। कभी उसके चेहरे पर शिकन नहीं देखी।’
शहीद मेजर के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता
इस बीच राज्य सरकार ने शहीद मेजर के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहीद के परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद की याद में एक सड़क का नामकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और देश शहीद के साथ खड़ा है। बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर तक सेना के विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंच सकता है।
बता दें कि सुरक्षा बलों को सोमवार सुबह-सुबह आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। आतंकियों की इसकी भनक लगी और उन्होंने सुरक्षाबलों पर हमला करना शुरू कर दिया। इस हमले में मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए वहीं एक अन्य अधिकारी और 2 जवान घायल हो गए। एनकाउंटर वाली जगह से बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
आईईडी विस्फोट में घायल दो जवानों की मौत
पुलवामा के अरिहल गांव में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के एक वाहन पर आईईडी के जरिए हमले में घायल दो जवानों की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने सेना के एक गश्ती काफिले को निशाना बनाते हुए एक वाहन से बंधे आईईडी में विस्फोट कर दिया था। इसमें 9 जवान और 2 नागरिक घायल हो गए थे। घायल जवानों में से दो की मंगलवार को मौत हो गई।