ऐपशहर

Meerut news : सियाचीन में शहीद हुआ मेरठ का लाल, सांस लेने में तकलीफ के चलते तोड़ा दम

सियाचिन में ड्यूटी के दौरान मेरठ के सूबेदार वीरेंद्र कुमार शहीद हो गएपरिवार में मचा कोहराम मच गया। शहीद सूबेदार का पार्थिव शरीर आज शाम मेरठ लाया गया। पिछले 7 महीने से सियाचिन में ड्यूटी कर रहे थे सूबेदार वीरेंद्र। अगले महीने समाप्त होने वाली थी उनकी ड्यूटी।सांस लेने की 14 अप्रैल को दिक्कत हुई थी।

Lipi 17 Apr 2021, 11:39 pm
राशिद ज़हीर,मेरठ
नवभारतटाइम्स.कॉम प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश की सेवा करते मेरठ के निवासी विरेंद्र कुमार सिंह ने सियाचिन में अपनी जान दे दी। दरअसल 14 अप्रैल की सुबह वीरेंद्र को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी थी, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। सेना के अधिकारियों के मुताबिक आज 17 अप्रैल को उनके शहीद होने की खबर उनके परिवार को दी गई। देर शाम सूबेदार वीरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा,जहां वे पंचतत्व में विलीन हो गए।

मेरठ के सरस्वती विहार रोहटा रोड स्थित निवासी विरेंद्र कुमार सूबेदार 143 मध्यम तोपखाना में तैनात थे और पिछले लगभग 7 महीने से उनकी तैनाती सियाचिन में थी। हालांकि मूल रूप से विरेंद्र कुमार भदौरा गांव के निवासी थे। वीरेन्द्र 23 वर्ष अपनी जिंदगी के सेना में लगा चुके थे। अभी उनकी परिवार मैं उनकी पत्नी रीना शर्मा और तीन बच्चे हैं। बड़ी पुत्री 14 वर्षीय कशिश है। वहीं 11 वर्षीय मुस्कान दूसरी बेटी और 7 वर्ष एक बेटा विवान है।

शहीद वीरेंद्र कुमार का भाई भी कुलदीप शर्मा सेना में है। अधिकारियों के अनुसार उनका पार्थिव शरीर आज मेरठ में उनके पैतृक गांव लाया गया। जैसे ही विरेंद्र कुमार का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा एक कोहराम मच गया। बेटे की शहादत की खबर सुनकर पिता का बुरा हाल हो गया। देर शाम राजकीय सम्मान के साथ सूबेदार को मुखाग्नि दी गयी। सूबेदार की माता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग