मिर्जापुर
यूपी के विंध्याचल धाम में रविवार की दोपहर उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब वीकेंड लॉकडाउन के चलते मन्दिर बंद होने के बाद भी एक पंडा अपने यजमान को दर्शन कराने मंदिर के अंदर जाने लगा। मंदिर की सीढ़ी के पास ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने मंदिर में जाने को मना किया तो इस पर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर आधा दर्जन के करीब पुलिसकर्मियों ने स्थानीय पंडा (पुरोहित) की जम कर पिटाई कर दी। वीकेंड लॉकडाउन में दर्शन को लेकर हुआ विवाद
पंडों का आरोप है कि मंदिर बन्द होने के बाद भी एक बड़े अधिकारी के परिवार को दर्शन करा दिए गए। नियम सबके लिए बराबर है । उधर पुलिस अब पीड़ित पंडा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। बताया जाता है कि चन्दौली के एक बड़े अधिकारी के परिवार के लोगों को मां विंध्यवासिनी के दर्शन करा दिए गए थे। इसके बाद स्थानीय पंडा अमित भी अपने यजमानों को लेकर मंदिर के अंदर जाने लगे, इस पर मंदिर ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। रोके जाने से नाराज अमित ने कहा कि नियम सबके लिए बराबर है ,अगर कोई अधिकारी या उसका परिवार दर्शन कर सकता है तो हम भी अपने दर्शनार्थियों को दर्शन कराएंगे।
मन्दिर के बाहर मची अफरातफरी
इस पर दोनो पक्षों में विवाद हो गया, विवाद बढ़ने पर ड्यूटी पर मौजूद पुलिस वालों ने अमित पंडा की जमकर पिटाई कर दी। जिस समय यह घटना हुई उस समय मंदिर के बाहर सैकड़ों दर्शनार्थियों की भीड़ मौजूद थी। स्थानीय पंडों का आरोप है कि मंदिर पर अधिकारी और पुलिस वाले अपने परिचितों को तो शनिवार और रविवार को दर्शन-पूजन करा रहे हैं। मगर वह आम दर्शनार्थियों को डीएम के आदेश का हवाला दे कर रोक दे रहें हैं। जिसको लेकर विवाद बना हुआ है।
पंडा के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा
सीओ सिटी प्रभात राय ने कहा कि अमित (पंडा) अपने यजमानों को लेकर मन्दिर में घुसना चाह रहा था। ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने मना किया तो उसने पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिससे यह घटना घटी। प्रभात राय ने कहा कि अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।
यूपी के विंध्याचल धाम में रविवार की दोपहर उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब वीकेंड लॉकडाउन के चलते मन्दिर बंद होने के बाद भी एक पंडा अपने यजमान को दर्शन कराने मंदिर के अंदर जाने लगा। मंदिर की सीढ़ी के पास ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने मंदिर में जाने को मना किया तो इस पर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर आधा दर्जन के करीब पुलिसकर्मियों ने स्थानीय पंडा (पुरोहित) की जम कर पिटाई कर दी।
पंडों का आरोप है कि मंदिर बन्द होने के बाद भी एक बड़े अधिकारी के परिवार को दर्शन करा दिए गए। नियम सबके लिए बराबर है । उधर पुलिस अब पीड़ित पंडा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। बताया जाता है कि चन्दौली के एक बड़े अधिकारी के परिवार के लोगों को मां विंध्यवासिनी के दर्शन करा दिए गए थे। इसके बाद स्थानीय पंडा अमित भी अपने यजमानों को लेकर मंदिर के अंदर जाने लगे, इस पर मंदिर ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। रोके जाने से नाराज अमित ने कहा कि नियम सबके लिए बराबर है ,अगर कोई अधिकारी या उसका परिवार दर्शन कर सकता है तो हम भी अपने दर्शनार्थियों को दर्शन कराएंगे।
मन्दिर के बाहर मची अफरातफरी
इस पर दोनो पक्षों में विवाद हो गया, विवाद बढ़ने पर ड्यूटी पर मौजूद पुलिस वालों ने अमित पंडा की जमकर पिटाई कर दी। जिस समय यह घटना हुई उस समय मंदिर के बाहर सैकड़ों दर्शनार्थियों की भीड़ मौजूद थी। स्थानीय पंडों का आरोप है कि मंदिर पर अधिकारी और पुलिस वाले अपने परिचितों को तो शनिवार और रविवार को दर्शन-पूजन करा रहे हैं। मगर वह आम दर्शनार्थियों को डीएम के आदेश का हवाला दे कर रोक दे रहें हैं। जिसको लेकर विवाद बना हुआ है।
पंडा के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा
सीओ सिटी प्रभात राय ने कहा कि अमित (पंडा) अपने यजमानों को लेकर मन्दिर में घुसना चाह रहा था। ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने मना किया तो उसने पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिससे यह घटना घटी। प्रभात राय ने कहा कि अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।