मनीष सिंह, मिर्ज़ापुर
कोरोना और लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। इस मंदी का असर प्रिटिंग प्रेस और फ्लैक्स होर्डिंग कारोबार पर भी पड़ा है। लॉकडाउन के बाद से कारोबार घटकर 20 से 25 प्रतिशत पर आ गया है। कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन में कागज, इंक, प्लास्टिक के दाम बढ़ गए हैं। वहीं छपाई का काम कम हो गया है। इससे हम लोगों की आय भी प्रभावित हुई है। कारोबार प्रभावित होने से कर्मचारियों का मानदेय, बिजली बिल, लोन सहित अन्य खर्च निकालना मुश्किल हो गया है।
मिर्जापुर नगर के प्रिटिंग प्रेस के कारेाबारी आदर्श यादव का कहना है की शादी के लगन में कार्ड छपाई की डिमांड ज्यादा होती रही है। इस साल जैसे ही शादी का लगन शुरू हुआ वैसे ही महामारी के चलते लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन की वजह से हमारा कारोबार भी बंद रहा। कोरोना महामारी की वजह से तमाम शादियां टल गईं। अनलॉक में शादियां हुईं लेकिन कार्ड छपाई के कम ऑर्डर मिले। इस वजह से अच्छा व्यवसाय नहीं हो सका।
सरकार से की यह मांग
फ्लैक्स होर्डिंग कारोबारी इरफान आलम और पवन मालवीय का कहना है, 'फ्लैक्स होर्डिंग और प्रिटिंग प्रेस कारोबार को 18 प्रतिशत जीएसटी स्लैब में रखा गया है। महामारी में स्कूल कॉलेज सब बंद होने के कारण भी कारोबार प्रभावित हुआ है, नहीं तो पहले स्कूलों के बैनर पोस्टर छापते थे। स्कूलों के प्रचार प्रसार के लिए वह भी काम इस बार ना के बराबर ही हुआ। कारोबारियों ने सरकार से आर्थिक सहायता एवं बैंक लोन ब्याज में छूट देने की मांग की है।
कोरोना और लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। इस मंदी का असर प्रिटिंग प्रेस और फ्लैक्स होर्डिंग कारोबार पर भी पड़ा है। लॉकडाउन के बाद से कारोबार घटकर 20 से 25 प्रतिशत पर आ गया है। कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन में कागज, इंक, प्लास्टिक के दाम बढ़ गए हैं। वहीं छपाई का काम कम हो गया है। इससे हम लोगों की आय भी प्रभावित हुई है। कारोबार प्रभावित होने से कर्मचारियों का मानदेय, बिजली बिल, लोन सहित अन्य खर्च निकालना मुश्किल हो गया है।
मिर्जापुर नगर के प्रिटिंग प्रेस के कारेाबारी आदर्श यादव का कहना है की शादी के लगन में कार्ड छपाई की डिमांड ज्यादा होती रही है। इस साल जैसे ही शादी का लगन शुरू हुआ वैसे ही महामारी के चलते लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन की वजह से हमारा कारोबार भी बंद रहा। कोरोना महामारी की वजह से तमाम शादियां टल गईं। अनलॉक में शादियां हुईं लेकिन कार्ड छपाई के कम ऑर्डर मिले। इस वजह से अच्छा व्यवसाय नहीं हो सका।
सरकार से की यह मांग
फ्लैक्स होर्डिंग कारोबारी इरफान आलम और पवन मालवीय का कहना है, 'फ्लैक्स होर्डिंग और प्रिटिंग प्रेस कारोबार को 18 प्रतिशत जीएसटी स्लैब में रखा गया है। महामारी में स्कूल कॉलेज सब बंद होने के कारण भी कारोबार प्रभावित हुआ है, नहीं तो पहले स्कूलों के बैनर पोस्टर छापते थे। स्कूलों के प्रचार प्रसार के लिए वह भी काम इस बार ना के बराबर ही हुआ। कारोबारियों ने सरकार से आर्थिक सहायता एवं बैंक लोन ब्याज में छूट देने की मांग की है।