मुरादाबाद
मुरादाबाद पुलिस की तरफ से भूमाफिया घोषित किए गए सिपाही महेंद्र पाल सिंह के बेटे की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपी ने एडीजी बरेली जोन के नाम पर मझोला थाने में दर्ज केस खत्म कराने के लिए पचास हजार रुपये लिए थे।
50 हजार रुपये घूस लेने का आरोप
मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के हिमगिरी कॉलोनी निवासी नीतिश कुमार सिंह ने पुलिस को तहरीर दी है। कहा कि जनवरी में उनके पिता एमपी सिंह के खिलाफ मझोला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे को खत्म कराने के लिए उन्होंने पिता के संभल जनपद निवासी मित्र शिव कुमार शर्मा से बात की थी। वह संभल पुलिस लाइन में तैनात हैं। बातचीत के बाद उन्होंने कोतवाली थाना क्षेत्र के लाल मस्जिद नई बस्ती निवासी फैसल नाम के एक युवक से मिलाया था। कहा कि फैसल एडीजी बरेली जोन बातचीत करके इस मुकदमे को खत्म करा देगा। इस दौरान पहले उसने दो लाख रुपये की मांग की थी। लेकिन बाद में उसे 50 हजार रुपये दिए गए।
अफसरों के नाम से वसूली का आरोप
पैसे लेने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित नितिश ने अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। आरोपित ने पैसे वापस नहीं दिए और उल्टे नए मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगा। पीड़ित ने आरोप लगाए हैं कि आरोपित फैसल के साथ ही उसके इस काम में आशियाना कॉलोनी निवासी अधिवक्ता महावीर प्रसाद मौर्य भी सहयोग करता है।
इन सभी ने मिलकर एक मुरादाबाद ग्रुप बनाकर रखा है, जिसमें शामिल लोग पीड़ितों से अफसरों के नाम पर पैसा वसूलने का काम करते हैं। पीड़ित की तहरीर के आधार पर जांच के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। वहीं इस मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस इंदू सिद्धार्थ को सौंपी गई है।
जेल में बंद है आरोपित
सिपाही के बेटे ने जिस पर आरोप लगाया है, उसके खिलाफ पहले ही एक दारोगा से ठगी करने का मुकदमा नागफनी के साथ ही मझोला थाने में दर्ज है। आरोपित फैसल को पुलिस पूर्व के मुकदमों में गिरफ्तार करके एक माह पहले जेल भेज दिया था। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तीसरा मुकदमा दर्ज कराया है।
शिकायतकर्ता के पिता को पुलिस ने घोषित किया था भूमाफिया
पीड़ित नीतिश कुमार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया है। जबकि पीड़ित के पिता महेंद्र पाल सिंह को बीते सप्ताह पुलिस ने भूमाफिया घोषित किया था। मौजूदा समय में सिपाही के पद पर वह बिजनौर जनपद में तैनात हैं। भूमाफिया घोषित होने के बाद से वह गायब चल रहा है।
मृतक किसान का मुकदमा खत्म कराने के लिए वसूले थे पैसे मझोला थाना क्षेत्र के धीमरी गांव निवासी किसान शेर सिंह ने जमीन हड़पने के आरोप में हिमगिरी निवासी सिपाही महेंद्र पाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, कई सालों तक न्याय नहीं मिलने पर उसने घर पर ही आमरण अनशन शुरू कर दिया था। जनवरी 2020 में किसान की मौत के बाद एक और मुकदमा पुलिस ने मझोला थाने में आरोपित सिपाही के खिलाफ दर्ज कराया था। इसी मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर सिपाही के बेटे नीतिश कुमार ने आरोपित फैसल को 50 हजार रुपये दिए थे।
मुरादाबाद पुलिस की तरफ से भूमाफिया घोषित किए गए सिपाही महेंद्र पाल सिंह के बेटे की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपी ने एडीजी बरेली जोन के नाम पर मझोला थाने में दर्ज केस खत्म कराने के लिए पचास हजार रुपये लिए थे।
50 हजार रुपये घूस लेने का आरोप
मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के हिमगिरी कॉलोनी निवासी नीतिश कुमार सिंह ने पुलिस को तहरीर दी है। कहा कि जनवरी में उनके पिता एमपी सिंह के खिलाफ मझोला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे को खत्म कराने के लिए उन्होंने पिता के संभल जनपद निवासी मित्र शिव कुमार शर्मा से बात की थी। वह संभल पुलिस लाइन में तैनात हैं। बातचीत के बाद उन्होंने कोतवाली थाना क्षेत्र के लाल मस्जिद नई बस्ती निवासी फैसल नाम के एक युवक से मिलाया था। कहा कि फैसल एडीजी बरेली जोन बातचीत करके इस मुकदमे को खत्म करा देगा। इस दौरान पहले उसने दो लाख रुपये की मांग की थी। लेकिन बाद में उसे 50 हजार रुपये दिए गए।
अफसरों के नाम से वसूली का आरोप
पैसे लेने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित नितिश ने अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। आरोपित ने पैसे वापस नहीं दिए और उल्टे नए मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगा। पीड़ित ने आरोप लगाए हैं कि आरोपित फैसल के साथ ही उसके इस काम में आशियाना कॉलोनी निवासी अधिवक्ता महावीर प्रसाद मौर्य भी सहयोग करता है।
इन सभी ने मिलकर एक मुरादाबाद ग्रुप बनाकर रखा है, जिसमें शामिल लोग पीड़ितों से अफसरों के नाम पर पैसा वसूलने का काम करते हैं। पीड़ित की तहरीर के आधार पर जांच के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। वहीं इस मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस इंदू सिद्धार्थ को सौंपी गई है।
जेल में बंद है आरोपित
सिपाही के बेटे ने जिस पर आरोप लगाया है, उसके खिलाफ पहले ही एक दारोगा से ठगी करने का मुकदमा नागफनी के साथ ही मझोला थाने में दर्ज है। आरोपित फैसल को पुलिस पूर्व के मुकदमों में गिरफ्तार करके एक माह पहले जेल भेज दिया था। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तीसरा मुकदमा दर्ज कराया है।
शिकायतकर्ता के पिता को पुलिस ने घोषित किया था भूमाफिया
पीड़ित नीतिश कुमार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया है। जबकि पीड़ित के पिता महेंद्र पाल सिंह को बीते सप्ताह पुलिस ने भूमाफिया घोषित किया था। मौजूदा समय में सिपाही के पद पर वह बिजनौर जनपद में तैनात हैं। भूमाफिया घोषित होने के बाद से वह गायब चल रहा है।
मृतक किसान का मुकदमा खत्म कराने के लिए वसूले थे पैसे मझोला थाना क्षेत्र के धीमरी गांव निवासी किसान शेर सिंह ने जमीन हड़पने के आरोप में हिमगिरी निवासी सिपाही महेंद्र पाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, कई सालों तक न्याय नहीं मिलने पर उसने घर पर ही आमरण अनशन शुरू कर दिया था। जनवरी 2020 में किसान की मौत के बाद एक और मुकदमा पुलिस ने मझोला थाने में आरोपित सिपाही के खिलाफ दर्ज कराया था। इसी मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर सिपाही के बेटे नीतिश कुमार ने आरोपित फैसल को 50 हजार रुपये दिए थे।