नोएडा: जनवरी-फरवरी में आई कोरोना की लहर (Noida Corona Cases Update) की तरह अब अगस्त में एक बार फिर संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को जिले में 20 स्टूडेंट्स समेत 193 कोविड मरीज मिले हैं। जबकि, 105 लोगों को संक्रमण मुक्त घोषित किया गया है। सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 713 पहुंच गई है। इनमें से 13 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। जिले में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट करीब 9% पहुंच गया है। लगभग 6 महीने के बाद एक दिन में इतने ज्यादा संक्रमितों के मिलने का मामला सामने आया है। वहीं, 3 महीने के बाद कोरोना के कुल एक्टिव केस 700 के पार हो गए हैं। एक तरफ बारिश में संक्रामक बीमारियां लोगों को शिकार बना रही हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण का शिकंजा भी कसता जा रहा है। बुखार, जुकाम और गले की समस्या से परेशान मरीज लगातार डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं। गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में कोविड के केस बढ़ते दिख रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले 4 फरवरी को कोरोना के 218 और 10 फरवरी को 168 मरीज मिले थे। जबकि, 6 मई को सक्रिय मरीजों की संख्या 788 थी। इसके बाद यह संख्या कम होती गई। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी में आई कोरोना की तीसरी लहर के दौरान हर 24 घंटे में 1500 से 2 हजार मरीज मिल रहे थे। जिससे सक्रिय मरीजों की संख्या 10 से 12 हजार के बीच पहुंच गई थी। फरवरी के बाद इस संख्या में लगातार गिरावट आती गई। हालांकि, अप्रैल और मई में संक्रमण की दर में थोड़ा सा उछाल आया, लेकिन तब भी केस इतने ज्यादा नहीं बढ़े थे। अब हालात एक बार फिर गंभीर नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की गाइडलाइंस का पालन न होने की वजह से संक्रमण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
बिना मास्क 1 व्यक्ति 4 को कर रहा संक्रमित
कोविड अस्पताल की क्रिटिकल केयर यूनिट के इंचार्ज डॉ. तृतीया सक्सेना ने बताया कि अब अधिकतर लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग तो भूल ही गए हैं। यही वजह है कि अगर एक व्यक्ति संक्रमित हो रहा है, तो वह 4 और लोगों को संक्रमित कर रहा है। बच्चों के स्कूल हों या बाजार और अस्पताल, लोग हर जगह बिना मास्क ही नजर आ रहे हैं।
स्कूली छात्रों में बढ़ रहा संक्रमण
संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण और बूस्टर डोज के मामले में जिला प्रदेश में पहले स्थान पर बना हुआ है। 12 से 14 साल तक के बच्चों का टीकाकरण 100% से अधिक हो गया है। लेकिन, इसके बावजूद कुछ दिनों से स्टूडेंट्स में भी संक्रमण बढ़ता दिख रहा है। हर तीसरे या चौथे दिन 15 से 20 स्टूडेंट्स एकसाथ संक्रमित मिल रहे हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण लगें, तो आइसोलेट करें
नोएडा (Noida) में अब तक मंकीपॉक्स के 2 संदिग्ध मरीज मिले हैं और दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन, लोगों में इसका डर बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मंकीपॉक्स से बचाव के लिए सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड बना दिया गया है। निजी अस्पतालों में डॉक्टरों को सचेत कर दिया गया है। किसी डॉक्टर को मरीज में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण लगते हैं तो उसे आइसोलेट करके इलाज शुरू करने को कहा गया है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले 4 फरवरी को कोरोना के 218 और 10 फरवरी को 168 मरीज मिले थे। जबकि, 6 मई को सक्रिय मरीजों की संख्या 788 थी। इसके बाद यह संख्या कम होती गई। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी में आई कोरोना की तीसरी लहर के दौरान हर 24 घंटे में 1500 से 2 हजार मरीज मिल रहे थे। जिससे सक्रिय मरीजों की संख्या 10 से 12 हजार के बीच पहुंच गई थी। फरवरी के बाद इस संख्या में लगातार गिरावट आती गई। हालांकि, अप्रैल और मई में संक्रमण की दर में थोड़ा सा उछाल आया, लेकिन तब भी केस इतने ज्यादा नहीं बढ़े थे। अब हालात एक बार फिर गंभीर नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की गाइडलाइंस का पालन न होने की वजह से संक्रमण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
बिना मास्क 1 व्यक्ति 4 को कर रहा संक्रमित
कोविड अस्पताल की क्रिटिकल केयर यूनिट के इंचार्ज डॉ. तृतीया सक्सेना ने बताया कि अब अधिकतर लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग तो भूल ही गए हैं। यही वजह है कि अगर एक व्यक्ति संक्रमित हो रहा है, तो वह 4 और लोगों को संक्रमित कर रहा है। बच्चों के स्कूल हों या बाजार और अस्पताल, लोग हर जगह बिना मास्क ही नजर आ रहे हैं।
स्कूली छात्रों में बढ़ रहा संक्रमण
संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण और बूस्टर डोज के मामले में जिला प्रदेश में पहले स्थान पर बना हुआ है। 12 से 14 साल तक के बच्चों का टीकाकरण 100% से अधिक हो गया है। लेकिन, इसके बावजूद कुछ दिनों से स्टूडेंट्स में भी संक्रमण बढ़ता दिख रहा है। हर तीसरे या चौथे दिन 15 से 20 स्टूडेंट्स एकसाथ संक्रमित मिल रहे हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण लगें, तो आइसोलेट करें
नोएडा (Noida) में अब तक मंकीपॉक्स के 2 संदिग्ध मरीज मिले हैं और दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन, लोगों में इसका डर बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मंकीपॉक्स से बचाव के लिए सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड बना दिया गया है। निजी अस्पतालों में डॉक्टरों को सचेत कर दिया गया है। किसी डॉक्टर को मरीज में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण लगते हैं तो उसे आइसोलेट करके इलाज शुरू करने को कहा गया है।