अभिषेक गौतम
नोएडा: कोरोना वायरस के मरीज रोज आ रहे हैं। अभी बस राहत भरी खबर यह है कि हम सेकंड स्टेज पर ही हैं। डॉक्टरों के अनुसार इसका मतलब यह है कि अभी केवल वही लोग संक्रमित हो रहे हैं जो विदेश से आए हैं या फिर उनके परिवार के सदस्य हों। अब हमने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखी तो हालत बिगड़ जाएंगे। बच्चे और बुजुर्गों का ज्यादा ख्याल रखें। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर देश तीसरे स्टेज पर आया तो न तो मास्क इस वायरस से बचा पाएगा और न ही सैनिटाइजर। शहर में कुछ लोग अभी भी खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए ग्रुप बनाकर घूम रहे हैं।
देश में बढ़े कोरोना मरीज, यहां देखें पूरी लिस्ट
कम्युनिटी ट्रांसमिशन
कम्युनिटी ट्रांसमिशन थर्ड स्टेज होती है। यह तब आती है जब एक बड़े इलाके के लोग वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं। कम्युनिटी ट्रांसमिशन में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो।
ऐसे समझें स्टेज को
स्टेज 1: जो लोग संक्रमित देश यानी चीन, इटली जैसे देशों से आए हैं, वह चपेट में आते हैं।
स्टेज 2: इस स्टेज में देश के लोगों में विदेश से आए लोगों के जरिए संक्रमण फैलता है।
स्टेज 3: ये वायरस संक्रमित लोगों के आसपास मौजूद दूसरे लोगों में फैलने लगता है।
उधर, जिम्स के डायरेक्टर बिग्रेडियर डॉ. राकेश कुमार गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस से बचाव और सावधानी बरतने के लिए हमें खुद से ही उपाय करने होंगे। ऐसे में हमें अगले 12 दिन अनिवार्य रूप से घर पर ही रहना होगा। अभी बड़े पैमाने पर स्टेज 1 और स्टेज 2 पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, यानी अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल हिस्ट्री वाले मामले या ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आने वाले लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। हम स्टेज 3 यानी सामुदायिक संक्रमण के कगार पर हैं।
लंबा चला संक्रमण काल तो मिटने लगेंगे लोगों के इमोशनः स्टडी
उन्होंने लोगों से अपील की कि अगले 12 दिन हम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। हमें अपने-अपने घरों में रहने की जरूरत है। अगर कोई बहुत ही आवश्यक कार्य के लिए घर से बाहर जाना पड़े तो उचित सामाजिक दूर यानी सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सरकार की सलाह का पालन आवश्यक रूप से करें। उन्होंने यह भी कहा ऐसे सभी लोग जिनको लक्षण नज़र आ रहे हैं, वे सभी लोग अगले 12 दिनों में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) या नजदीक किसी अन्य चिकित्सा संस्थान में जांच कराएं।
रोज नींबू पानी का सेवन करें
फिजिशयन डॉ. संतराम वर्मा के मुताबिक, नोएडा में लगातार केस सामने आ रहे हैं, लेकिन अभी भी हम सेकंड स्टेज पर हैं। इसका मुख्य कारण समय पर लॉकडाउन लगाना है। लॉकडाउन की वजह से 50 प्रतिशत लोगों को राहत मिली है इस वायरस से। इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग ही है। लोगों को सलाह दी गई है कि वह सुबह-शाम नींबू पानी का सेवन जरूर करें।
बाहर के खाने से बचें
मैक्स हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग की डॉ. मीनाक्षी जैन ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है पर आने वाले 15 दिन बहुत ही संकट वाले हैं। खाने में पौष्टिक आहार लें।
नोएडा: कोरोना वायरस के मरीज रोज आ रहे हैं। अभी बस राहत भरी खबर यह है कि हम सेकंड स्टेज पर ही हैं। डॉक्टरों के अनुसार इसका मतलब यह है कि अभी केवल वही लोग संक्रमित हो रहे हैं जो विदेश से आए हैं या फिर उनके परिवार के सदस्य हों। अब हमने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखी तो हालत बिगड़ जाएंगे। बच्चे और बुजुर्गों का ज्यादा ख्याल रखें।
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कम्युनिटी ट्रांसमिशन
कम्युनिटी ट्रांसमिशन थर्ड स्टेज होती है। यह तब आती है जब एक बड़े इलाके के लोग वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं। कम्युनिटी ट्रांसमिशन में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो।
ऐसे समझें स्टेज को
स्टेज 1: जो लोग संक्रमित देश यानी चीन, इटली जैसे देशों से आए हैं, वह चपेट में आते हैं।
स्टेज 2: इस स्टेज में देश के लोगों में विदेश से आए लोगों के जरिए संक्रमण फैलता है।
स्टेज 3: ये वायरस संक्रमित लोगों के आसपास मौजूद दूसरे लोगों में फैलने लगता है।
उधर, जिम्स के डायरेक्टर बिग्रेडियर डॉ. राकेश कुमार गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस से बचाव और सावधानी बरतने के लिए हमें खुद से ही उपाय करने होंगे। ऐसे में हमें अगले 12 दिन अनिवार्य रूप से घर पर ही रहना होगा। अभी बड़े पैमाने पर स्टेज 1 और स्टेज 2 पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, यानी अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल हिस्ट्री वाले मामले या ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आने वाले लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। हम स्टेज 3 यानी सामुदायिक संक्रमण के कगार पर हैं।
लंबा चला संक्रमण काल तो मिटने लगेंगे लोगों के इमोशनः स्टडी
उन्होंने लोगों से अपील की कि अगले 12 दिन हम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। हमें अपने-अपने घरों में रहने की जरूरत है। अगर कोई बहुत ही आवश्यक कार्य के लिए घर से बाहर जाना पड़े तो उचित सामाजिक दूर यानी सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सरकार की सलाह का पालन आवश्यक रूप से करें। उन्होंने यह भी कहा ऐसे सभी लोग जिनको लक्षण नज़र आ रहे हैं, वे सभी लोग अगले 12 दिनों में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) या नजदीक किसी अन्य चिकित्सा संस्थान में जांच कराएं।
रोज नींबू पानी का सेवन करें
फिजिशयन डॉ. संतराम वर्मा के मुताबिक, नोएडा में लगातार केस सामने आ रहे हैं, लेकिन अभी भी हम सेकंड स्टेज पर हैं। इसका मुख्य कारण समय पर लॉकडाउन लगाना है। लॉकडाउन की वजह से 50 प्रतिशत लोगों को राहत मिली है इस वायरस से। इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग ही है। लोगों को सलाह दी गई है कि वह सुबह-शाम नींबू पानी का सेवन जरूर करें।
बाहर के खाने से बचें
मैक्स हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग की डॉ. मीनाक्षी जैन ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है पर आने वाले 15 दिन बहुत ही संकट वाले हैं। खाने में पौष्टिक आहार लें।