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जेवर एयरपोर्ट से 2024 में भर सकेंगे उड़ान, स्विस कंपनी से हुआ करार

जेवर एयरपोर्ट में एक रनवे से साल 2024 में उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया गया है। पहले 2023 में उड़ान शुरू होने की बातें कही जा रही थीं। साल 2024 में इसके पहले चरण का काम पूरा कर दिया जाएगा।

नवभारत टाइम्स 8 Oct 2020, 10:43 am
ग्रेटर नोएडा
नवभारतटाइम्स.कॉम सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

जेवर में एयरपोर्ट बनाने के लिए बुधवार को स्विस कंपनी ज्यूरिख इंटरनैशनल एजी और नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के बीच करार हुआ। इसमें तय हुआ कि एयरपोर्ट का विकास और 40 साल तक संचालन ज्यूरिख करेगा। साथ ही एक रनवे से साल 2024 में उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया गया है। पहले 2023 में उड़ान शुरू होने की बातें कही जा रही थीं।

करार पर हस्ताक्षर के दौरान ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनैशनल एशिया के सीईओ डेनियल बर्चर ने कहा कि कंसेशन अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर एयरपोर्ट के विकास में बहुत बड़ी उपलब्धि है। साल 2024 में इसके पहले चरण का काम पूरा कर दिया जाएगा। एक रनवे पर 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता के साथ उड़ानें शुरू की जाएंगी। यूपी और केंद्र सरकार के साथ साझेदारी में ज्यूरिख इस एयरपोर्ट को भारतीय वायु परिवहन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएगा। यात्रियों और लॉजिस्टिक के लिए बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी।

वहीं, ज्यूरिख के अधिकारियों ने कहा है कि पहला रनवे से उड़ान शुरू होने के बाद 90 प्रतिशत घरेलू यात्री मिलेंगे। वह यात्रियों को कॉन्टेक्टलेस सर्विस देने की योजना बना रहे हैं। यात्रियों को एक फ्लाइट से दूसरी को पकड़ने के समय को भी कम करने पर फोकस किया जाएगा। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

अडाणी को पछाड़कर ज्यूरिख ने लिया था कॉन्ट्रैक्ट
ज्यूरिख ने अडाणी जैसे दावेदारों को पछाड़ कर ये कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है। अडाणी इंटरप्राइजेस लिमिटेड ने 360 रुपये, दिल्ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 351 रुपये और एनकोर्ज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड ने 205 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव दिया था। 400.97 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव देकर ज्यूरिख ने 29 नवंबर 2019 को ये कॉन्ट्रैक्ट पा लिया था।

एयरपोर्ट में यह होगा खास
-29,560 करोड़ रुपये का खर्च आएगा एयरपोर्ट बनाने में

-1334 हेक्टेयर जमीन पर पहले चरण में काम शुरू होगा

-एयरपोर्ट पर डिजिटल सुविधाएं होंगी

-सुरक्षा और कॉन्टेक्टलैस यात्रा की सुविधा मिलेगी

-यात्रियों को कस्टमाइज्ड कमर्शल सुविधाएं दी जाएंगी

-जेवर का एयरपोर्ट इको-फ्रेंडली होगा। यह अपनी श्रेणी का पहला नेट जीरो एमिशन एयरपोर्ट बनेगा। इसमें कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा

तीनों अथॉरिटी और प्रदेश को मालामाल करेगा जेवर का एयरपोर्ट
जेवर में बनने वाला यह एयरपोर्ट जिले की तीनों अथॉरिटी और प्रदेश सरकार के खजाने को मालामाल कर देगा। अधिकारियों को उम्मीद है कि इससे क्षेत्र में औद्योगिक निवेश और अधिक बढ़ेगा। इससे निवेशकों के लिए जेवर और यूपी बेस्ट डेस्टिनेशन बन जाएगा। यूपी के नागरिक उड्डयन विभाग एवं मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने बुधवार को कंसेशन अग्रीमेंट के दौरान इस परियोजना को आर्थिक मजबूती के लिए मील का पत्थर बताया है। उन्होंने ज्यूरिख के अधिकारियों को भरोसा दिलाया है कि सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी।

हवाई यात्रा से जुड़ेगा वेस्ट यूपी
नियाल एवं यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा है कि यह विश्व स्तरीय एयरपोर्ट वेस्ट यूपी को घरेलू और इंटरनैशनल स्थानों से जोड़ देगा। साथ ही दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हवाई यात्रा की क्षमता बढ़ जाएगी। भारत के इस अग्रणी और एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के निर्माण से रोजगार और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे। यहां विश्व स्तर की सुविधाएं होंगी।

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