स्टाफ नर्सों ने की गर्भवती महिला की अनदेखी, जिला अस्पताल से लौटकर जाने लगे घरवाले
- जिला अस्पताल में लिफ्ट के पास गिरी महिला तो गार्ड लेकर आए व्हीलचेयर, महिला को भर्ती कर किया इलाज शुरू
एनबीटी न्यूज, नोएडा
सरकारी कर्मचारियों को खराब रवैया मरीजों को इलाज कराए बिना ही वापस लौटने को मजबूर कर रहा है। शुक्रवार को भी सेक्टर 30 जिला अस्पताल में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। जहां प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती की मदद करने के बजाय स्टाफ नर्स पहले तमाशा देखती रही। उसके बाद बदसलूकी करते हुए उसे भर्ती किया। यह हाल तब है जब शुक्रवार को नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर के सदस्य अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली सुविधा का निरीक्षण करने आए थे।
सुबह लगभग 11 बजे सेक्टर 49 निवासी मोहिनी को उनकी भाभी प्रियांशी अस्पताल में डिलीवरी के लिए लेकर पहुंचीं। वह जब अस्पताल पहुंचीं तो पहले उन्हें नर्सों ने आधा घंटा इधर से उधर टहलाया। गर्भवती के कागजों की रिपोर्ट मांगी। जब रिपोर्ट दी गई तो मरीज को देखे बिना ही लेबर वार्ड से बाहर भेज दिया। इस दौरान स्टाफ नर्स ने दो-चार खरी-खोटी बातें भी मरीज और उनके घरवालों को सुना दीं। स्टाफ नर्स के इस खराब रवैये को देखते हुए प्रियांशी ने अपनी भाभी को प्राइवेट अस्पताल ले जाना ही ठीक समझा। वापस जाते वक्त वह लिफ्ट के बाहर ही गिर गईं। वहीं, दर्द से कराहने लगीं। जिस पर अस्पताल की महिला गार्ड व्हीलचेयर लेकर आई। वह भी उनके दर्द को समझे बिना खरी-खोटी कहते लेबर वार्ड में ले गई। सीएमएस डॉ. अजेय अग्रवाल को जब मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत स्टाफ को ठीक ढंग से इलाज कराने के निर्देश दिए।
चिकित्सकों और स्टाफ कर्मचारियों से बात की जाएगी। उनके खराब व्यवहार को लेकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिससे किसी मरीजों को असुविधा न हो और उन्हें सही इलाज मिल सके।
- डॉ. अनुराग भार्गव, सीएमओ