वरिष्ठ संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बिसाहड़ा में पिछले साल सितंबर में जहां बीफ के बवाल में इखलाक नामक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, उसी बिसाहड़ा से महज 25 किमी दूर खेरलीभाव गांव में हिंदुओं और मुसलमानों ने वैदिक रीति-रिवाज से मस्जिद की नींव रखकर अद्भुत मिसाल पेश की। गांव के मंदिर के पुजारी ने चावल, रोली और कलावा का इस्तेमाल करते हुए मंत्रोच्चार के साथ मस्जिद की नींव रखी। इस दौरान दोनों समुदाय के लोग मौजूद रहे।
ग्रेटर नोएडा के नजदीक स्थित खेरलीभाव में बरसों से हिंदू और मुस्लिम समाज के लोग मेलजोल से रहते हैं। शनिवार को गांव में मस्जिद की नींव रखी गई। इस दौरान जो नजारा देखने को मिला, वह बहुत ही कम देखने
को मिलता है। मस्जिद की नींव रखने के लिए गांव के मंदिर से महेंद्र गिरी को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने चावल, रोली व कलावा का प्रयोग करते हुए वैदिक रीति-रिवाज से गांव में बनने वाली मस्जिद
की नींव मंत्रोच्चार के बीच रखी।
इस मौके पर गांव में पहुंचे यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता और किसान नेता ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने कहा कि गांव के हाजी राज मोहम्मद, नसरू
ठेकेदार, आस मोहम्मद, अब्दुल सलाम, अली शेर, हनीफ, जमील खान, कमरुद्दीन खान, नन्हे खान, नजर मोहम्मद खान, शिब्बू नेताजी, अफजाल खान, ओमप्रकाश सिंह व सतवीर सिंह आदि लोगों ने देश के मौजूदा सामाजिक माहौल को देखते हुए अनूठी पहल की और इस तरह पूरी दुनिया को भाईचारे का संदेश दिया।
खेरलीभाव गांव में ही रहने वाले विकास कुमार ने बताया कि खेरली भाव की आबादी करीब 2100 है। यहां हिंदू-मुस्लिम 50-50 पर्सेंट हैं। पुराने समय से ही यहां हर धर्म के लोग होली, दिवाली और ईद साथ मिलकर मनाते हैं। गांव में अभी दो मंदिर और एक मस्जिद है। जल्द ही यहां दो मस्जिदें भी हो जाएंगी।
ग्रेटर नोएडा के नजदीक स्थित खेरलीभाव में बरसों से हिंदू और मुस्लिम समाज के लोग मेलजोल से रहते हैं। शनिवार को गांव में मस्जिद की नींव रखी गई। इस दौरान जो नजारा देखने को मिला, वह बहुत ही कम देखने
को मिलता है। मस्जिद की नींव रखने के लिए गांव के मंदिर से महेंद्र गिरी को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने चावल, रोली व कलावा का प्रयोग करते हुए वैदिक रीति-रिवाज से गांव में बनने वाली मस्जिद
की नींव मंत्रोच्चार के बीच रखी।
इस मौके पर गांव में पहुंचे यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता और किसान नेता ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने कहा कि गांव के हाजी राज मोहम्मद, नसरू
ठेकेदार, आस मोहम्मद, अब्दुल सलाम, अली शेर, हनीफ, जमील खान, कमरुद्दीन खान, नन्हे खान, नजर मोहम्मद खान, शिब्बू नेताजी, अफजाल खान, ओमप्रकाश सिंह व सतवीर सिंह आदि लोगों ने देश के मौजूदा सामाजिक माहौल को देखते हुए अनूठी पहल की और इस तरह पूरी दुनिया को भाईचारे का संदेश दिया।
खेरलीभाव गांव में ही रहने वाले विकास कुमार ने बताया कि खेरली भाव की आबादी करीब 2100 है। यहां हिंदू-मुस्लिम 50-50 पर्सेंट हैं। पुराने समय से ही यहां हर धर्म के लोग होली, दिवाली और ईद साथ मिलकर मनाते हैं। गांव में अभी दो मंदिर और एक मस्जिद है। जल्द ही यहां दो मस्जिदें भी हो जाएंगी।