एनबीटी न्यूज, ग्रेटर नोएडा
लुक्सर स्थित डिस्ट्रिक्ट जेल में सोमवार सुबह सजायाफ्ता कैदी राकेश ने गमछे (अंगोछे) का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पत्नी से अवैध संबंधों को लेकर कैदी ने चार साल पहले दोस्त की हत्या कर दी थी। उसे डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई थी। जेल प्रशासन का कहना है कि राकेश ने डिप्रेशन में आकर स्यूसाइड किया है। ईकोटेक-1 थाना पुलिस को मौके से कोई स्यूसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि राकेश के साथ रहने वाले अन्य कैदियों से रविवार रात विवाद के बाद मारपीट की थी।
जेल सुपरिटेंडेंट एम.एल. यादव ने बताया कि महोबा के अजमर गांव का राकेश (30) चार साल पहले नोएडा सेक्टर-58 थाना एरिया में किराये के मकान में रहता था। वह अपने दोस्त की गैर इरादतन हत्या में 2012 से जेल में था। वह कुछ महीने डासना जेल में रहा था। इसके बाद यहां बैरक नंबर-6 में शिफ्ट कर दिया गया था। एम.एल. यादव ने बताया कि जेल में राकेश की पत्नी भी कभी उससे मिलने नहीं आई। राकेश के साथ रहने वाले कैदियों का कहना है कि वह अपनी पत्नी से बेहद प्यार करता था, लेकिन उसके धोखे से दुखी थी और डिप्रेशन में रह रहा था। सोमवार सुबह करीब 9 बजे सभी कैदी नाश्ता करने आए थे। नाश्ते के बाद राकेश बैरक के पीछे गया और करीब 10 फीट ऊंचे जंगले से गमछे का फंदा लगाकर झूल गया।
आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद एसडीएम सदर राजेश कुमार के साथ डॉक्टर भी जेल पहुंचे। दोपहर करीब 2 बजे डीआईजी जेल वी.के. शेखर भी पहुंचे और उन्होंने जेल प्रशासन से कैदी की आत्महत्या की वजहों की जानकारी ली। उन्होंने इसकी रिपोर्ट भी तलब की है। इस मामले की जांच डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज करेंगे।
राकेश की शादी 2010 में हुई थी और 2011 में पत्नी को लेकर नोएडा आ गया था। उसके साथ फैक्ट्री में काम करने वाले ब्रिजेश, सुनील सहित तीन दोस्त बगल के कमरे में रहते थे। इसी दौरान उसकी पत्नी के बगल में रहने वाले एक दोस्त से अवैध संबंध बन गए। पहले उसने पत्नी को गांव छोड़ा और 2012 में पत्नी से अवैध संबंध रखने वाले दोस्त की हत्या कर दी। कोर्ट ने 2014 में राकेश को 10 साल की सजा सुनाई थी।