नोएडा/ गाजियाबाद
नोएडा के नामी पब्लिक स्कूलों के छात्रों ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाकर शहर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है, वहीं समाज में कई छात्र ऐसे हैं जिन्होंने अभावों में अच्छे अंक लाए हैं। महर्षि विद्या मंदिर की छात्रा निशा कुमारी ने 95.4 प्रतिशत अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा पास कर स्कूल टॉपर बनी हैं। उनकी मां पूनम कुमारी इसी स्कूल में आया का काम करती हैं। उनके पिता पिता विजेंद्र प्रसाद भी इसी स्कूल की कैंटीन में काम करते हैं। मूलरूप से पश्चिम चंपारण बिहार से ताल्लुक रखने वाले इस परिवार के लिए इससे बड़ी खुशी की बात कोई और नहीं हो सकती। रिजल्ट सुनने के बाद पूरा परिवार खुश है। निशा कुमारी ने बताया कि वह स्कूल में पढ़ाए गए पाठ को रोजाना घर पर दोहराती थी। इसके लिए कोई ट्यूशन नहीं लिया। कभी कुछ समस्या आई तो स्कूल के टीचर और घर के पास ही रहने वाले एक छात्र से हेल्प ले लेती थी। वह आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती है। निशा साइंस स्ट्रीम से 12वीं करना चाहती है।
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कैंसर से लड़कर जीती परीक्षा की जंग
इरादे बुलंद हों, तो कोई भी मंजिल अधूरी नहीं रह सकती, कामयाबी कदम चूमती ही है। इस बात को पूरी तरह से सच कर दिखाया है कैंसर पीड़ित सार्थक श्रीवास्तव ने। वसुंधरा सेक्टर-6 स्थित एमिटी इंटरनैशनल स्कूल में 10 वीं में पढ़ने वाले सार्थक ने मंगलवार को घोषित हुए रिजल्ट में कुल 83.4 फीसदी नंबर हासिल कर एक नजीर पेश की है। सार्थक कैंसर से पीड़ित हैं और उनका दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में इलाज चल रहा है। पैरंट्स हमेशा ही सार्थक को मोटिवेट करते रहे कि वह इस बीमारी को गंभीरता से न लें और परेशान होकर पढ़ाई से मुंह न मोड़ें।
सिलाई करते हैं पिता, बेटी को मिले 88% अंक
पूर्णिया बिहार के रहकुपर गांव से ताल्लुक रखने वाले के. जर्रा की बेटी मुमताज ने 88 फीसदी अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा पास की है। जब स्कूल से इस बाबत फोन आया तो पिता की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। नोएडा के श्रमिक कुंज में किराए के कमरे में रहने वाले के. जर्रा टेलर की दुकान पर सिलाई करते हैं। उनकी पत्नी हाउस वाइफ हैं। उनकी इकलौती बेटी ईएसडब्ल्यू कोटे से केंद्रीय विद्यालय में पढ़ती हैं। बेटी की सफलता पर उत्साहित पिता ने कहा कि वह अपनी क्षमता के हिसाब से उसे आगे भी पढ़ाएंगे।
नोएडा के नामी पब्लिक स्कूलों के छात्रों ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाकर शहर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है, वहीं समाज में कई छात्र ऐसे हैं जिन्होंने अभावों में अच्छे अंक लाए हैं। महर्षि विद्या मंदिर की छात्रा निशा कुमारी ने 95.4 प्रतिशत अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा पास कर स्कूल टॉपर बनी हैं। उनकी मां पूनम कुमारी इसी स्कूल में आया का काम करती हैं। उनके पिता पिता विजेंद्र प्रसाद भी इसी स्कूल की कैंटीन में काम करते हैं।
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कैंसर से लड़कर जीती परीक्षा की जंग
इरादे बुलंद हों, तो कोई भी मंजिल अधूरी नहीं रह सकती, कामयाबी कदम चूमती ही है। इस बात को पूरी तरह से सच कर दिखाया है कैंसर पीड़ित सार्थक श्रीवास्तव ने। वसुंधरा सेक्टर-6 स्थित एमिटी इंटरनैशनल स्कूल में 10 वीं में पढ़ने वाले सार्थक ने मंगलवार को घोषित हुए रिजल्ट में कुल 83.4 फीसदी नंबर हासिल कर एक नजीर पेश की है। सार्थक कैंसर से पीड़ित हैं और उनका दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में इलाज चल रहा है। पैरंट्स हमेशा ही सार्थक को मोटिवेट करते रहे कि वह इस बीमारी को गंभीरता से न लें और परेशान होकर पढ़ाई से मुंह न मोड़ें।
सिलाई करते हैं पिता, बेटी को मिले 88% अंक
पूर्णिया बिहार के रहकुपर गांव से ताल्लुक रखने वाले के. जर्रा की बेटी मुमताज ने 88 फीसदी अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा पास की है। जब स्कूल से इस बाबत फोन आया तो पिता की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। नोएडा के श्रमिक कुंज में किराए के कमरे में रहने वाले के. जर्रा टेलर की दुकान पर सिलाई करते हैं। उनकी पत्नी हाउस वाइफ हैं। उनकी इकलौती बेटी ईएसडब्ल्यू कोटे से केंद्रीय विद्यालय में पढ़ती हैं। बेटी की सफलता पर उत्साहित पिता ने कहा कि वह अपनी क्षमता के हिसाब से उसे आगे भी पढ़ाएंगे।