ग्रेटर नोएडा
अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर हुए हमलों के बाद बने तनाव हालात अब सामान्य हो चुके हैं, लेकिन ऐसी स्थिति से बचने के लिए नाइजीरिया सिटीजन वेलफेयर असोसिएशन ने अपने नागरिकों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं। गाइडलाइंस में ड्रेस सेंस और सोशल बिहेवियर समेत कई मुद्दों पर सलाह दी गई है। असोसिएशन की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिसमें सभी लोगों से समस्या पैदा होने पर संपर्क करने की अपील की गई है।
बता दें कि ग्रेटर नोएडा में 12वीं के स्टूडेंट मनीष खारी की मौत के मामले में अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर शक जाहिर किया गया था। घटना के विरोध में शहर के लोग 27 मार्च को परी चौक पर जमा हुए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर हमले भी किए थे। इससे दोनों पक्षों में तनाव पैदा हो गया था। सैकड़ों लोगों के खिलाफ नॉलेज पार्क और कासना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने अफ्रीकी मूल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए थे।
ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए नाइजीरिया सिटीजन वेलफेयर असोसिएशन ने गाइडलाइंस जारी की है। यह संस्था नोएडा-ग्रेटर नोएडा के अफ्रीकी मूल के नागरिकों के हितों के लिए काम करती है। असोसिएशन के पदाधिकारियों ने रविवार को विभिन्न थानों में जाकर अपनी गाइडलाइंस से संबंधित डॉक्युमेंट्स पुलिस को दिए। गाइडलाइंस में अफ्रीकी मूल के लोगों को सलाह दी गई है कि झगड़े, अश्लील ड्रेसिंग सेंस, सेक्स रैकिट, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, ड्रग अब्यूज, एरिया में आवारागर्दी और शोर-शराबे आदि से बचें। अगर कहीं इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो हेल्पलाइन नंबर 9871652361, 7291928443 और 7838908631 पर कोई भी कॉल कर सकता है।
गौरतलब है कि स्थानीय लोग अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर ड्रग्स के अवैध कारोबार से जुड़े होने का आरोप लगाते रहे हैं। साथ ही उन पर देह व्यापार, भड़काऊ ड्रेसिंग और देर रात तक शोर-शराबा करने के आरोप भी लगे हैं। आरोप है कि विरोध करने पर स्थानीय लोगों से मारपीट कर दी जाती है। इस कारण उस समय अफ्रीकी मूल के नागरिकों को निशाना बनाया गया था।
अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर हुए हमलों के बाद बने तनाव हालात अब सामान्य हो चुके हैं, लेकिन ऐसी स्थिति से बचने के लिए नाइजीरिया सिटीजन वेलफेयर असोसिएशन ने अपने नागरिकों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं। गाइडलाइंस में ड्रेस सेंस और सोशल बिहेवियर समेत कई मुद्दों पर सलाह दी गई है। असोसिएशन की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिसमें सभी लोगों से समस्या पैदा होने पर संपर्क करने की अपील की गई है।
बता दें कि ग्रेटर नोएडा में 12वीं के स्टूडेंट मनीष खारी की मौत के मामले में अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर शक जाहिर किया गया था। घटना के विरोध में शहर के लोग 27 मार्च को परी चौक पर जमा हुए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर हमले भी किए थे। इससे दोनों पक्षों में तनाव पैदा हो गया था। सैकड़ों लोगों के खिलाफ नॉलेज पार्क और कासना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने अफ्रीकी मूल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए थे।
ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए नाइजीरिया सिटीजन वेलफेयर असोसिएशन ने गाइडलाइंस जारी की है। यह संस्था नोएडा-ग्रेटर नोएडा के अफ्रीकी मूल के नागरिकों के हितों के लिए काम करती है। असोसिएशन के पदाधिकारियों ने रविवार को विभिन्न थानों में जाकर अपनी गाइडलाइंस से संबंधित डॉक्युमेंट्स पुलिस को दिए। गाइडलाइंस में अफ्रीकी मूल के लोगों को सलाह दी गई है कि झगड़े, अश्लील ड्रेसिंग सेंस, सेक्स रैकिट, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, ड्रग अब्यूज, एरिया में आवारागर्दी और शोर-शराबे आदि से बचें। अगर कहीं इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो हेल्पलाइन नंबर 9871652361, 7291928443 और 7838908631 पर कोई भी कॉल कर सकता है।
गौरतलब है कि स्थानीय लोग अफ्रीकी मूल के नागरिकों पर ड्रग्स के अवैध कारोबार से जुड़े होने का आरोप लगाते रहे हैं। साथ ही उन पर देह व्यापार, भड़काऊ ड्रेसिंग और देर रात तक शोर-शराबा करने के आरोप भी लगे हैं। आरोप है कि विरोध करने पर स्थानीय लोगों से मारपीट कर दी जाती है। इस कारण उस समय अफ्रीकी मूल के नागरिकों को निशाना बनाया गया था।