अनिल शर्मा/सोबिंद्र भाटी, ग्रेटर नोएडा
10वीं में 81.50 प्रतिशत अंक हासिल करने वाला सुमित दिन में पिता के साथ घरों में पुताई और रात में 3-4 घंटे पढ़ाई करता। काम की वजह से कई बार स्कूल भी कम गया। गरीबी की वजह से एक साल तक स्कूल फीस भी नहीं दे पाया। पढ़ाई का जुनून देखकर स्कूल मैनेजमेंट ने भी उसकी मदद की। अब वह साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने के बाद आईआईटी से इंजीनियरिंग करना चाहता है। ग्रेनो में साकीपुर के एसएस पब्लिक स्कूल का छात्र सुमित का परिवार उसकी इस कामयाबी से बहुत खुश है। सुमित ने बताया कि वह परिवार के साथ ऐच्छर में किराए के मकान में रहता है। उनके पिता गणेश सिंह पुताई का काम करने के बाद भी इतना नहीं कमा पाते कि परिवार की गुजर-बसर सही से कर सकें। सुमित 3 भाई बहनों में सबसे छोटा है।