वरिष्ठ संवाददाता, नोएडा
अब नोएडा अथॉरिटी में दी गई शिकायत पर तय समय में ऐक्शन होगा। सीएम योगी के निर्देशों का पालन करते हुए सीईओ अमित मोहन प्रसाद ने शिकायत निवारण के कंप्लीट मैकेनिज्म का गठन किया है। इसमें लोग चाहे तो ऑनलाइन या चाहें तो अथॉरिटी दफ्तर जाकर शिकायत कर सकेंगे। हर शिकायत का यूनिक नंबर होगा, जिसे सीनियर अधिकारी ट्रेस करके कंप्लेंट की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। नई व्यवस्था आज से लागू होगी।
एनबीटी ने 1 मई के अंक में 'नई सरकार में भी बाज नहीं आ रहे बाबू, धूल फांक रही हैं फाइलें' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर लंबे समय से अथॉरिटी में लटकी पब्लिक की समस्याओं को फोकस किया था। इसमें सिटिजन चार्टर के हिसाब से जनता की समस्या के लिए जवाबदेही तय करने की बात भी थी। शिकायत प्रकोष्ठ के गठन की जानकारी देते हुए डीसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि इस व्यवस्था का उद्देश्य न सिर्फ जनता की शिकायतों पर एक्शन लेना बल्कि संबंधित अधिकारी व बाबू की जवाबदेही तय करना भी है। इसी को ध्यान में रखते हुए अथॉरिटी में लोक शिकायत निस्तारण सेल का गठन किया गया है। इस सेल के प्रभारी प्रोजेक्ट इंजीनियर एस. सी. अरोड़ा और सह प्रभारी एपीई वेदपाल बनाए गए हैं।
ऐसे करें शिकायत
आप अथॉरिटी के दफ्तर में बने रिसेप्शन पर जाकर लिखित शिकायत दे सकते हैं। इसके साथ ही grievanceredressal@noidaauthorityonline.com पर मेल के जरिए भी कंप्लेंट दे सकते हैं। शिकायत चाहे जैसे भी की जाए, उसका यूनिक नंबर अलॉट किया जाएगा। साथ ही उसे कंप्यूटर में भी फीड कर दिया जाएगा।
अफसर करेंगे मॉनिटरिंग
शिकायत मिलते ही उसे तुरंत संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा। विभागीय अफसरों की जिम्मेदारी होगी कि वे सात दिनों के अंदर उन शिकायतों का निस्तारण करें। शिकायत का समाधान होते ही आवेदक को ईमेल के जरिए सूचना दी जाएगी।
बताना होगा कारण
यदि किसी शिकायत का निस्तारण सात दिनों में नहीं हो पाता है तो संबंधित विभागीय अधिकारी उसका कारण शिकायतकर्ता को बताएगा। उसमें यह भी बताएगा कि शिकायत के समाधान में कितना संभाावित वक्त लग सकता है। हर पंद्रह दिन पर डीसीईओ इस सेल में आने वाली शिकायतों और निस्तारण की समीक्षा करेंगे। उनके ऊपर एसीईओ डी. एस. उपाध्याय इस सेल के कार्यकलापों पर नजर रखेंगे।
पहले से भी है व्यवस्था
अथॉरिटी ने पब्लिक की समस्या सुनने के लिए पहले से ही कॉलसेंटर बनाया हुआ है। 0120-2425025 व 2425026 पर लोग शिकायत कर सकते हैं। इस कॉलसेंटर के अलावा ऑनलाइन कंप्लेंट की भी व्यवस्था अथॉरिटी ने की है। कॉलसेंटर में दर्ज शिकायतों पर कई खामियां सामने आने लगीं। शिकायत का समाधान होने से पहले ही कॉलसेंटर से फोन कर शिकायत को कटवाने की कोशिश की जाती है। वैसे इसमें यह प्रावधान था कि जब तक आप संतुष्ट नहीं होंगे तब तक शिकायत का निस्तारण सिस्टम से नही होगा। अब नई व्यवस्था में यूनिक नंबर मिलने से वह शिकायत रेकॉर्ड में दर्ज रहेगी।