भदोही
पूरे देश के साथ उत्तर प्रदेश भी कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए तेजी से काम कर रही है। इस आपातकाल में कई कोरोना योद्धा जरूरतमंदों की मदद कर अलग पहचान बना चुके हैं। ऐसे कठिन वक्त में भदोही के एक परिवार ने मिसाल पेश की है। इस परिवार ने पिता की तेरहवीं की रस्म को स्थगित कर दिया और इसमें खर्च होने वाली एक लाख रुपये की राशि चेक के माध्यम से मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष में दान कर दिया।
भदोही के गोपीगंज क्षेत्र के कठौता गांव निवासी रमेश चंद्र मिश्र के परिवार में पिता रामकृष्ण मिश्र का पिछले दिनों निधन हो गया था। इस दौरान पूरे परिवार ने लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। इसके बाद सारे संस्कार स्थगित करते हुए ब्रह्मभोज यानी तेरहवीं भी न करने का फैसला लिया है। इस दौरान जो राशि तेरहवीं में खर्च होती उसे मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष में दान कर दिया है।
डीएम ने परिवार के फैसले को सराहा
बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर रमेश चंद्र मिश्र ने जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को एक लाख की राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन में सौंपी है। जिलाधिकारी ने भी परिवार के इस फैसले को सराहा है। उन्होंने इसे मिसाल की तरह पेश करते हुए आपदा की घड़ी में गरीबों की मदद करने के लिए आगे आने की अपील की है।
15 जिलों के कोरोना हॉट स्पॉट हुए सील
आपको बता दें कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश में लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद समेत 15 जिलों में कोरोना हॉट स्पॉट्स को सील कर दिया गया है। यहां पूरी तरह सख्ती बरतते हुए किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश में अगर कोई शख्स चेहरे पर बिना मास्क लगाए घूमता मिला तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पूरे देश के साथ उत्तर प्रदेश भी कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए तेजी से काम कर रही है। इस आपातकाल में कई कोरोना योद्धा जरूरतमंदों की मदद कर अलग पहचान बना चुके हैं। ऐसे कठिन वक्त में भदोही के एक परिवार ने मिसाल पेश की है। इस परिवार ने पिता की तेरहवीं की रस्म को स्थगित कर दिया और इसमें खर्च होने वाली एक लाख रुपये की राशि चेक के माध्यम से मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष में दान कर दिया।
भदोही के गोपीगंज क्षेत्र के कठौता गांव निवासी रमेश चंद्र मिश्र के परिवार में पिता रामकृष्ण मिश्र का पिछले दिनों निधन हो गया था। इस दौरान पूरे परिवार ने लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। इसके बाद सारे संस्कार स्थगित करते हुए ब्रह्मभोज यानी तेरहवीं भी न करने का फैसला लिया है। इस दौरान जो राशि तेरहवीं में खर्च होती उसे मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष में दान कर दिया है।
डीएम ने परिवार के फैसले को सराहा
बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर रमेश चंद्र मिश्र ने जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को एक लाख की राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन में सौंपी है। जिलाधिकारी ने भी परिवार के इस फैसले को सराहा है। उन्होंने इसे मिसाल की तरह पेश करते हुए आपदा की घड़ी में गरीबों की मदद करने के लिए आगे आने की अपील की है।
15 जिलों के कोरोना हॉट स्पॉट हुए सील
आपको बता दें कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश में लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद समेत 15 जिलों में कोरोना हॉट स्पॉट्स को सील कर दिया गया है। यहां पूरी तरह सख्ती बरतते हुए किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश में अगर कोई शख्स चेहरे पर बिना मास्क लगाए घूमता मिला तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।