कुंदन पाल, ललितपुर
बुंदेलखंड में अभी भी दलितों के प्रति लोग पुरानी सोच बदल नहीं पा रहे हैं। ललितपुर जिले में तीन दबंगों ने एक दलित युवक को इतना पीटा कि उसका हाथ टूट गया। उस युवक की सिर्फ इतनी गलती थी कि उसने आरोपियों से मटके से पानी भरकर पी लिया था। इसके बाद उसके 3 घरवालों को भी पीटकर घायल कर दिया। पुलिस तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। थाना नाराहट के गांव उमरिया निवासी संतोष अहिरवार ने बताया कि वह गत एक नवंबर को मनक की दुकान पर गया था। वहां उसे प्यास लगी तो उसने जग उठाकर दुकान पर रखे मटके से पानी भरकर पी लिया। इससे नाराज होकर मनक ने अपने बेटे प्रकाश के साथ मिलकर उससे गाली गलौज और मारपीट की। आरोप है कि मनक ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर संतोष का हाथ तोड़ दिया। इसके बाद दबंग उसके घर पहुंच गए और चाचा, चाची सहित घर के अन्य परिजनों से भी मारपीट की, जिसमें तीन लोग घायल हो गए।
पुलिस ढूंढ रही आरोपियों को
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मन, प्रकाश व शेर सिंह पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर तीनों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि दो पक्षों में मारपीट हुई थी। एक पक्ष की शिकायत पर तीन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
बुंदेलखंड में अभी भी दलितों के प्रति लोग पुरानी सोच बदल नहीं पा रहे हैं। ललितपुर जिले में तीन दबंगों ने एक दलित युवक को इतना पीटा कि उसका हाथ टूट गया। उस युवक की सिर्फ इतनी गलती थी कि उसने आरोपियों से मटके से पानी भरकर पी लिया था। इसके बाद उसके 3 घरवालों को भी पीटकर घायल कर दिया। पुलिस तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है।
पुलिस ढूंढ रही आरोपियों को
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मन, प्रकाश व शेर सिंह पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर तीनों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि दो पक्षों में मारपीट हुई थी। एक पक्ष की शिकायत पर तीन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।