बलिया
उत्तर प्रदेश के बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर वोटों की गिनती बाकी है लेकिन एग्जिट पोल के बाद सियासत करने वालों के बयान सामने आने लगे हैं। बीजेपी के विधायक सुरेंद्र सिंह उनका कहना है 'केजरीवाल पॉलिटिकल व्यापारी हैं, उन्होंने व्यापार करके अपना काम बना लिया।'
अपने बयानों से बराबर चर्चा में बने रहने वाले बलिया के बैरिया विधानसभा से बीजेपी सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर दिल्ली के विधानसभा चुनाव के बाद दिखाए गए एग्जिट पोल पर कहा, 'दिल्ली का चुनाव वास्तव में जो हुआ है, उससे स्पष्ट है कि केजरीवाल पॉलिटिकल व्यापारी हैं। उन्होंने चुनाव के पहले राजनीति को भी व्यापार बना दिया। दो सौ यूनिट बिजली फ्री-पानी फ्री और रोडवेज बसों में महिलाओं को किराया फ्री। यह शुद्ध रूप से मेरी अपनी दृष्टि है। मेरी अपनी मान्यता है कि केजरीवाल भारतीय राजनीति के शुद्ध रूप से व्यापारी हैं।'
सुरेंद्र ने कहा, 'उन्होंने राजनीति का व्यापारीकरण कर लिया। व्यापारी जब बाजार लगता है उसी समय अपना मूल भाव करके काम कर लेते हैं। उसके आगे यदि ऐसा होता है तो वैसे तो संगठन के हम लोगों ने काफी प्रयास किया है। लेकिन यदि ऐसा होता है तो मान लीजिए कि वह व्यापार करने में सफल है। वह समाज को व्यापार मान चुका है। अगर हार होती है। इसका मतलब हमने प्रयास नहीं किया है।'
उत्तर प्रदेश के बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर वोटों की गिनती बाकी है लेकिन एग्जिट पोल के बाद सियासत करने वालों के बयान सामने आने लगे हैं। बीजेपी के विधायक सुरेंद्र सिंह उनका कहना है 'केजरीवाल पॉलिटिकल व्यापारी हैं, उन्होंने व्यापार करके अपना काम बना लिया।'
अपने बयानों से बराबर चर्चा में बने रहने वाले बलिया के बैरिया विधानसभा से बीजेपी सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर दिल्ली के विधानसभा चुनाव के बाद दिखाए गए एग्जिट पोल पर कहा, 'दिल्ली का चुनाव वास्तव में जो हुआ है, उससे स्पष्ट है कि केजरीवाल पॉलिटिकल व्यापारी हैं। उन्होंने चुनाव के पहले राजनीति को भी व्यापार बना दिया। दो सौ यूनिट बिजली फ्री-पानी फ्री और रोडवेज बसों में महिलाओं को किराया फ्री। यह शुद्ध रूप से मेरी अपनी दृष्टि है। मेरी अपनी मान्यता है कि केजरीवाल भारतीय राजनीति के शुद्ध रूप से व्यापारी हैं।'
सुरेंद्र ने कहा, 'उन्होंने राजनीति का व्यापारीकरण कर लिया। व्यापारी जब बाजार लगता है उसी समय अपना मूल भाव करके काम कर लेते हैं। उसके आगे यदि ऐसा होता है तो वैसे तो संगठन के हम लोगों ने काफी प्रयास किया है। लेकिन यदि ऐसा होता है तो मान लीजिए कि वह व्यापार करने में सफल है। वह समाज को व्यापार मान चुका है। अगर हार होती है। इसका मतलब हमने प्रयास नहीं किया है।'