भदोही
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को गंगा में डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद शासन-प्रशासन के होश फाख्ता हो गए थे। पुलिस ने आनन-फानन आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, गोताखोर अबतक चार बच्चों के शव गंगा से बाहर निकाल चुके हैं। उधर, जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह ने वीडियो जारी कर भूख से मौत को बेबुनियाद बताया है।
जिलाधिकारी ने कहा, 'रविवार को गोपीगंज कोतवाली के जहांगीराबाद गांव में एक महिला और उसके पति के बीच विवाद की वजह से यह घटना प्रकाश में आई है। शनिवार रात आरोपी महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा में डुबो दिया था, जबकि वह बच गई।' जिलाधिकारी का दावा है कि महिला का पति नशा करता है। पांचों बच्चों की मौत से भूख का कोई संबंध नहीं है। लॉकडाउन की वजह से किसी भी परिवार को कोई दिक्कत नहीं है।
पढ़ें: महिला ने 5 बच्चों को नदी में डुबाकर मार डाला
इन लोगों को भेजा जाएगा जेल
डीएम ने कहा कि जिले भर में राशन की दुकानों से राशन बांटा जा रहा है। पुलिस लोगों के घर तक खाना पहुंचा रही है। पूरे जिले में 11 सामुदायिक रसोई चल रही हैं। जिस परिवार में यह हादसा हुआ है वह समृद्ध परिवार है। कुछ मीडिया ग्रुप्स और पोर्टल्स से लॉकडाउन की वजह से परिवार को भोजन उपलब्ध न होने की वजह से बच्चों को गंगा में डुबोने की खबर मिली है। जिलाधिकारी ने कहा जिला प्रशासन के खिलाफ साजिश फैलाई गई है। मामले की जांच के बाद आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर कर गलत रिपोर्ट करने वालों को जेल भेजा जाएगा।
क्लिक करें: 'पापा का कटा हाथ मां न देख ले, बंद किया TV'
पुलिस अधीक्षक ने भी की निंदा
पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह ने भी कहा है कि यह भ्रामक खबर है। भूख से बच्चों की मौत का कोई संबंध नहीं है। पुलिस लोगों तक अन्नपूर्णा बैंक के जरिए खुद भोजन पहुंचा रही है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को गंगा में डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद शासन-प्रशासन के होश फाख्ता हो गए थे। पुलिस ने आनन-फानन आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, गोताखोर अबतक चार बच्चों के शव गंगा से बाहर निकाल चुके हैं। उधर, जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह ने वीडियो जारी कर भूख से मौत को बेबुनियाद बताया है।
जिलाधिकारी ने कहा, 'रविवार को गोपीगंज कोतवाली के जहांगीराबाद गांव में एक महिला और उसके पति के बीच विवाद की वजह से यह घटना प्रकाश में आई है। शनिवार रात आरोपी महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा में डुबो दिया था, जबकि वह बच गई।' जिलाधिकारी का दावा है कि महिला का पति नशा करता है। पांचों बच्चों की मौत से भूख का कोई संबंध नहीं है। लॉकडाउन की वजह से किसी भी परिवार को कोई दिक्कत नहीं है।
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इन लोगों को भेजा जाएगा जेल
डीएम ने कहा कि जिले भर में राशन की दुकानों से राशन बांटा जा रहा है। पुलिस लोगों के घर तक खाना पहुंचा रही है। पूरे जिले में 11 सामुदायिक रसोई चल रही हैं। जिस परिवार में यह हादसा हुआ है वह समृद्ध परिवार है। कुछ मीडिया ग्रुप्स और पोर्टल्स से लॉकडाउन की वजह से परिवार को भोजन उपलब्ध न होने की वजह से बच्चों को गंगा में डुबोने की खबर मिली है। जिलाधिकारी ने कहा जिला प्रशासन के खिलाफ साजिश फैलाई गई है। मामले की जांच के बाद आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर कर गलत रिपोर्ट करने वालों को जेल भेजा जाएगा।
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पुलिस अधीक्षक ने भी की निंदा
पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह ने भी कहा है कि यह भ्रामक खबर है। भूख से बच्चों की मौत का कोई संबंध नहीं है। पुलिस लोगों तक अन्नपूर्णा बैंक के जरिए खुद भोजन पहुंचा रही है।