बरेली
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्री श्री रविशंकर ने दरगाह-ए-हजरत पर चादर चढ़ाकर देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। हालांकि, उन्हें इस्लामी मदरसे में घुसने नहीं दिया गया।
श्री श्री 15 मिनट तक मदरसे के गेट पर खड़े रहने के बाद अलखनाथ मंदिर के लिए रवाना हो गए। इससे पहले वह आईएमसी के मुखिया मौलाना तौकीर से मिलने उनके आवास गए। श्री श्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम अमन चाहते हैं, किसी को धमकी नहीं दे सकते हैं।
पढ़ें: अयोध्या विवाद: नरेंद्र गिरि बोले- किस परंपरा के संत हैं श्री श्री रविशंकर?
'दोनों पक्षों का साथ बैठना जरूरी'
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने यह भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर है और उसका निर्माण होना चाहिए। यही नहीं, उन्होंने मस्जिद बनाने की बात भी कही। श्री श्री रविशंकर ने कहा कि कोर्ट के बाहर दोनों पक्षों का बैठना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि मध्य पूर्व की तरह यहां भी किसी मुद्दे को लेकर हालात इतने खराब हो जाएं। हम शांति का यही पैगाम लेकर दरगाह आला हजरत आए हैं और कामना की है कि हमारे देश में अमन कायम रहे।
'मंदिर-मस्जिद के नाम पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश'
मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा, 'कुछ लोग मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। हमें इस पूरे मामले में मिल-बैठकर बातचीत करनी होगी। मै यह नहीं चाहता कि एक का दिल तोड़कर दूसरा खुशियां और जश्न मनाए।' उन्होंने कहा कि श्री श्री इसी काम के लिए निकले हैं। राम मंदिर बनने के सवाल पर मौलाना ने कहा, 'यह सवाल मुझसे नहीं करना चाहिए बल्कि उनसे करो जो दो से 282 तक पहुंच गए और 382 तक भी पहुंचना चाहेंगे। वह इस मसले का हल नहीं चाहते हैं।'
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्री श्री रविशंकर ने दरगाह-ए-हजरत पर चादर चढ़ाकर देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। हालांकि, उन्हें इस्लामी मदरसे में घुसने नहीं दिया गया।
श्री श्री 15 मिनट तक मदरसे के गेट पर खड़े रहने के बाद अलखनाथ मंदिर के लिए रवाना हो गए। इससे पहले वह आईएमसी के मुखिया मौलाना तौकीर से मिलने उनके आवास गए। श्री श्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम अमन चाहते हैं, किसी को धमकी नहीं दे सकते हैं।
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'दोनों पक्षों का साथ बैठना जरूरी'
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने यह भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर है और उसका निर्माण होना चाहिए। यही नहीं, उन्होंने मस्जिद बनाने की बात भी कही। श्री श्री रविशंकर ने कहा कि कोर्ट के बाहर दोनों पक्षों का बैठना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि मध्य पूर्व की तरह यहां भी किसी मुद्दे को लेकर हालात इतने खराब हो जाएं। हम शांति का यही पैगाम लेकर दरगाह आला हजरत आए हैं और कामना की है कि हमारे देश में अमन कायम रहे।
'मंदिर-मस्जिद के नाम पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश'
मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा, 'कुछ लोग मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। हमें इस पूरे मामले में मिल-बैठकर बातचीत करनी होगी। मै यह नहीं चाहता कि एक का दिल तोड़कर दूसरा खुशियां और जश्न मनाए।' उन्होंने कहा कि श्री श्री इसी काम के लिए निकले हैं। राम मंदिर बनने के सवाल पर मौलाना ने कहा, 'यह सवाल मुझसे नहीं करना चाहिए बल्कि उनसे करो जो दो से 282 तक पहुंच गए और 382 तक भी पहुंचना चाहेंगे। वह इस मसले का हल नहीं चाहते हैं।'