अनुजा जयसवाल, मैनपुरी
यूपी पुलिस की संवेदनहीनता का एक और मामला सामने आया है। शनिवार को मैनपुरी पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी 13 वर्षीय दलित नाबालिग को कोतवाली पुलिस थाने में जंजीरों से बांध दिया। लड़के पर एक अन्य दलित नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ करने का आरोप है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब कुछ पत्रकारों ने लड़के को थाने में जंजीरों से बंधा देखा। इसके बाद एक पत्रकार ने इसका वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर अपलोड कर दिया। पुलिस ने 10 वर्षीय बच्ची के साथ छेड़छाड़ के आरोप में लड़के के खिलाफ IPC की धारा 354, 504 और 323 के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़िता के परिवार की शिकायत के आधार पर लड़के के पिता अमर सिंह और उसकी मां के नाम भी FIR में शामिल किए गए हैं।
इस मामले पर CO (City) शिष्यपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कानून के मुताबिक, किसी नाबालिग को हथकड़ी नहीं लगाई जा सकती। लड़के को जूवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बालसुधार गृह में भेज दिया गया है।
यूपी पुलिस की संवेदनहीनता का एक और मामला सामने आया है। शनिवार को मैनपुरी पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी 13 वर्षीय दलित नाबालिग को कोतवाली पुलिस थाने में जंजीरों से बांध दिया। लड़के पर एक अन्य दलित नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ करने का आरोप है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब कुछ पत्रकारों ने लड़के को थाने में जंजीरों से बंधा देखा। इसके बाद एक पत्रकार ने इसका वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर अपलोड कर दिया। पुलिस ने 10 वर्षीय बच्ची के साथ छेड़छाड़ के आरोप में लड़के के खिलाफ IPC की धारा 354, 504 और 323 के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़िता के परिवार की शिकायत के आधार पर लड़के के पिता अमर सिंह और उसकी मां के नाम भी FIR में शामिल किए गए हैं।
इस मामले पर CO (City) शिष्यपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कानून के मुताबिक, किसी नाबालिग को हथकड़ी नहीं लगाई जा सकती। लड़के को जूवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बालसुधार गृह में भेज दिया गया है।