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सोनभद्र: इम्तियाज हत्याकांड में सीबीसीआईडी पर सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप

सोनभद्र में हुए इम्तियाज अहमद हत्याकांड में वकील अमन खान ने सीबीसीआईडी की ही भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने सीबीसीआईडी पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

नवभारत टाइम्स 19 Sep 2019, 5:12 pm
सोनभद्र
नवभारतटाइम्स.कॉम DEAD
सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के चर्चित चोपन नगर पंचायत के चेयरमैन इम्तियाज अहमद हत्याकांड में पीड़ित पक्ष की तरफ से मुकदमों की पैरवी कर रहे अधिवक्ता अमन खान ने सीबीसीआईडी पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत डीजीपी से भी की है। उनका कहना है कि अभियुक्तों की कॉल डिटेल नहीं निकाली जा रही है, जो मुकदमों को अंजाम तक पहुंचाने में बड़े साक्ष्य के रूप में है। उन्होंने सीबीसीआईडी पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।

हाई कोर्ट के अधिवक्ता अमन खान के मुताबिक नगर पंचायत चोपन चेयरमैन इम्तियाज अहमद हत्याकांड की सुपारी कोलकाता में शूटरों को दी गई। 15 सितंबर 2018 को जब हत्या की साजिश कोलकाता में रची जा रही थी, उस वक्त इस मामले के जुड़े तमाम आरोपी वहां मौजूद थे लेकिन किसी भी आरोपी की कॉल डिटेल नहीं निकाली गई। इसके अलावा जून 2018 में रिंकू भारद्वाज और सूरज पासवान अहरौरा पहाड़ी पर रवि जालान और राकेश जायसवाल से मिले थे। एक जनवरी 2019 को रिंकू व सूरज को गिरफ्तार कर चोपन थाना लाया गया था तो उन दोनों आरोपियों ने इसकी पुष्टि भी की थी लेकिन इसकी भी कॉल डिटेल नहीं निकाली गई।

'नहीं निकाली गई कॉल डिटेल'
अमन खान का कहना है कि औरंगाबाद से गिरफ्तार अखिलेश ठाकुर के पास से पुलिस को दो मोबाइल मिले, इन नंबरों की भी कॉल डिटेल नहीं निकाली गई। यहां यह बताना जरूरी है कि इंडियन टेलिग्राम ऐक्ट के तहत टेलिग्राम कंपनी महज एक वर्ष तक ही किसी भी कॉल की डिटेल रिपोर्ट दे सकती है। इसके बाद कॉल डिटेल खुद ब खुद ही खत्म हो जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे तो यही साबित होता है कि मामले की विवेचना कर रहे सीबीसीआईडी के विवेचक इस मामले के आरोपियों को बचाने की नीयत से ही साक्ष्य जुटा नहीं रहे हैं ताकि एक समय पर वह स्वतः ही समाप्त हो जाएं।

'अलग-अलग मामले में तीन प्राथमिकी'
अधिवक्ता अमन खान ने बताया कि इम्तियाज हत्याकांड के नामजद आरोपी राकेश जायसवाल की पत्नी आरती जायसवाल ने डीजीपी को पत्र भेजकर कहा था कि उनके परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ एनसीआर तक दर्ज नहीं है। उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। हालांकि, इस मामले की जांच हुई तो पाया गया कि आरती के खिलाफ ही अलग-अलग मामलों को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज हैं।

दोनों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग
अमन खान ने बताया कि इम्तियाज अहमद हत्याकांड में आरोपी रवि जालान और राकेश जायसवाल को छोड़कर अन्य फरार आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। हैरत की बात यह है कि इस मामले के मुख्य आरोपियों में शुमार रवि जालान व राकेश जायसवाल के फरार होने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी के लिए कोई इनाम घोषित नहीं किया गया। अधिवक्ता ने दोनों आरोपियों को इनामी अपराधी घोषित करने व जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।

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