सीतापुर
सीतापुर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ग्राम नेवादा में शुक्रवार की सुबह घर के पीछे शौच करने गई 13 वर्षीय बालिका को आवारा कुत्तों ने हमला करके मौत के घाट उतार दिया। वहां से ग्रामीणों ने भगाया तो यही कुत्ते पड़ोस के गांव बहादुरापुरवा पहुंच गए। घर के बाहर खेल रहे साढ़े 4 वर्ष के मासूम को बुरी तरह नोच डाला जिसे उपचार हेतु लखनऊ रेफर किया गया है। कुत्तों के ताबड़तोड़ हमले से ग्रामीण इलाकों में भय का माहौल है।
नेवादा में रशीद की 13 वर्षीय पुत्री सानिया घर के पीछे शौच करने गई थी। बच्ची को देख अचानक आधा दर्जन कुत्तों ने उस पर हमला कर नोच-नोच कर मार डाला। सानिया के चाचा शहनूर पड़ोस के खेत में खाद छिड़काव कर रहे थे। शोर सुनकर जब वह घटना स्थल पर पहुंचे, तब तक सानिया की मौत हो चुकी थी।
गांव के लोगों ने लाठी डंडा लेकर कुत्तों को भगाया तो कुत्ते एक किलोमीटर की दूरी पर गांव बहादुरापुरवा पहुंच गए। वहां पर साढ़े 3 वर्षीय सिद्धू पुत्र तोताराम घर के बगल में चाचा नरेन्द्र के घर के पड़ोस में कई बच्चों के साथ मुर्गी फार्म के निकट खेल रहा था। पूर्वान्ह साढ़े 11 बजे कुत्तों ने उस पर हमला करके बुरी तरीके से नोच डाला। जिसे लखनऊ रेफर किया गया है।
बता दें कि इससे पहले कुत्तों के हमले में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक बकरियों को भी कुत्तों ने नोचकर मार डाला। डीएम डॉक्टर सारिका मोहन ने इस मामले में कहा, 'डीएफओ को निर्देश दिया है कि कुत्तों को पकड़ कर दूर कहीं जंगल में छोड़ा जाए, ताकि यहां के बच्चे निडर होकर घर से निकलें।'
सीतापुर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ग्राम नेवादा में शुक्रवार की सुबह घर के पीछे शौच करने गई 13 वर्षीय बालिका को आवारा कुत्तों ने हमला करके मौत के घाट उतार दिया। वहां से ग्रामीणों ने भगाया तो यही कुत्ते पड़ोस के गांव बहादुरापुरवा पहुंच गए। घर के बाहर खेल रहे साढ़े 4 वर्ष के मासूम को बुरी तरह नोच डाला जिसे उपचार हेतु लखनऊ रेफर किया गया है। कुत्तों के ताबड़तोड़ हमले से ग्रामीण इलाकों में भय का माहौल है।
नेवादा में रशीद की 13 वर्षीय पुत्री सानिया घर के पीछे शौच करने गई थी। बच्ची को देख अचानक आधा दर्जन कुत्तों ने उस पर हमला कर नोच-नोच कर मार डाला। सानिया के चाचा शहनूर पड़ोस के खेत में खाद छिड़काव कर रहे थे। शोर सुनकर जब वह घटना स्थल पर पहुंचे, तब तक सानिया की मौत हो चुकी थी।
गांव के लोगों ने लाठी डंडा लेकर कुत्तों को भगाया तो कुत्ते एक किलोमीटर की दूरी पर गांव बहादुरापुरवा पहुंच गए। वहां पर साढ़े 3 वर्षीय सिद्धू पुत्र तोताराम घर के बगल में चाचा नरेन्द्र के घर के पड़ोस में कई बच्चों के साथ मुर्गी फार्म के निकट खेल रहा था। पूर्वान्ह साढ़े 11 बजे कुत्तों ने उस पर हमला करके बुरी तरीके से नोच डाला। जिसे लखनऊ रेफर किया गया है।
बता दें कि इससे पहले कुत्तों के हमले में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक बकरियों को भी कुत्तों ने नोचकर मार डाला। डीएम डॉक्टर सारिका मोहन ने इस मामले में कहा, 'डीएफओ को निर्देश दिया है कि कुत्तों को पकड़ कर दूर कहीं जंगल में छोड़ा जाए, ताकि यहां के बच्चे निडर होकर घर से निकलें।'