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आजादी के 73 साल बाद भी बलिया के इस गांव तक नहीं पहुंच सकीं मूलभूत सुविधाएं

बिजली की कमी की बात को जिलाधिकारी ने भी स्वीकार किया है। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए अधीक्षण अभियंता विद्युत से कार्य योजना की रिपोर्ट मांगी गई है।

Lipi 20 Sep 2020, 4:17 pm
अमितेश सिंह, बलिया
नवभारतटाइम्स.कॉम ballia village
इस गांव में अब तक नहीं पहुंची ब‍िजली

यूपी के बलिया का नौरंगा गांव एक ऐसा गांव है जिसको आजादी के 73 साल बाद भी मूलभूत सुविधा मयस्सर नहीं हो पाई है। इस गांव में सरकारी दावों के ठीक विपरीत आज तक बिजली उपलब्ध नहीं है, ना ही यातायात के लिए सड़क। इस गांव के लोगों को बाढ़ के दिनों के अलावा भी मुख्यालय तक के सफर के लिए नाव से गंगा नदी पार करना यात्रा करना होता है।

अपनी बदहाली पर रो रहे इस गांव के रहने वाले ग्रामीण कमलेश्वर ठाकुर का कहना है कि दो साल पहले बिजली के खंभे जरूर गाड़े गए लेकिन वह भी गांव के आधे हिस्से में ही, मगर उन खंभों पर लगे तारों में आज तक बिजली प्रवाहित नहीं हो पाई है। बिजली की कमी की बात को जिलाधिकारी ने भी स्वीकार किया है। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए अधीक्षण अभियंता विद्युत से कार्य योजना की रिपोर्ट मांगी गई है।

बलिया जिला से 35 किलोमीटर दूर बैरिया तहसील क्षेत्र के गांव नौरंगा में आजादी के बाद भी यहां के ग्रामीण वैकल्पिक ऊर्जा पर निर्भर होकर जीवन बसर कर रहे हैं। रोशनी के नाम पर कुछ ग्रामीणों को सोलर लाइट मिली है ,जो सिर्फ रोशनी करने के काम आती है, बिजली से होने वाले अन्य काम नहीं किया जा सकता। गंगा नदी के उस पार बसे नौरंगा गांव के लोगों को गांव से जिला मुख्यालय आने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर नाव से आना पड़ता है या फिर बिहार के रास्ते घूम कर आना पड़ता है।

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