ऐपशहर

सहारनपुर की आग को और भड़काने की कोशिश

एक संवाददाता, सहारनपुरसहारनपुर हिंसा की आग को और भड़काने की कोशिश में अराजक तत्व लगे हुए हैं। शुक्रवार रात ननौता में दलितों के गांव के बाहर रखे ...

नवभारतटाइम्स.कॉम 14 May 2017, 9:00 am

एक संवाददाता, सहारनपुर

सहारनपुर हिंसा की आग को और भड़काने की कोशिश में अराजक तत्व लगे हुए हैं। शुक्रवार रात ननौता में दलितों के गांव के बाहर रखे बिटौड़ों में आग लगा दी गई। इसे लेकर गांव में तनाव फैल गया। वहीं, जातीय संघर्ष के दौरान मारे गए युवक की रविवार को तेरहवीं है। खुफिया विभाग इसमें भारी संख्या में ठाकुर बिरादरी के लोगों के जुटने की आशंका जता रहा है। प्रशासन इसे लेकर सतर्क है। उधर, बीजेपी सांसद राघव लखनपाल ने शनिवार को मारे गए युवक के परिजनों को 15 लाख को चेक सौंपा।

बिटौड़े में लगाई आग

शुक्रवार रात थाना नानौता के गांव मित्रगढ में दलित समाज के ओमप्रकाश, बाला व बती के उपलों के बिटौड़े में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। आग इतनी भयंकर थी कि कुछ ही देर में तीनों बिटौड़े जलकर राख हो गए। लपटें उठती देख मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना है कि असामाजिक तत्वों ने दलितों के बिटौड़े को निशाना बनाया है। जानकारी मिलने पर सीओ बीपी सोलंकी और एसओ यशपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। ग्रामीणों का कहना है कि जिस समय आग की लपटें उठीं तो उन्होनें बिटौड़े के पास से बाईक सवार दो युवकों को भागते हुए देखा। पास से पुलिस को बीयर की दो खाली बोतल भी मिली है। ग्रामीणों ने ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

सांसद ने दिया 15 लाख का चेक

वहीं, थाना बड़गांव क्षेत्र के गांव शब्बीरपुर में हुए जातीय संघर्ष में मारे गए थाना देवबंद क्षेत्र के गांव रसूलपुर टांक निवासी सुमित के घर बीजेपी नेता पहुंचे। सांसद राघव लखनपाल शर्मा और देवबंद विधायक कुंवर बृजेश सिंह ने परिवार को 15 लाख रुपये का चेक दिया। साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने के भी भरोसा दिया है।

तेरहवीं को लेकर प्रशासन अलर्ट

शब्बीरपुर गांव मे 5 मई को हुए सधर्ष के दौरान सुमित की मोत हो गई थी। गांव रसूलपुर में आज उसकी तेरहवीं है। इसमें आसपास के जिलों के राजपूत बिरादरी के लोगों के आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि प्रशासन इसे लेकर खासा अलर्ट है। पुलिस व प्रशासन का यह प्रयास है कि ज्यादा भीड़ न पहुंचे। इसके लिए बिरादरी के प्रमुख लोगों को अधिकारी समझाने में लगे रहे। वहीं, दूसरी ओर दलित समाज के प्रमुख लोगों से भी प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। कुल मिलाकर सुमित की तेरहवीं का कार्यक्रम पुलिस व प्रशासन के लिए एक चुनोती है।

अमन के दुश्मनों के फोटो लगेंगे चौराहे पर

प्रशासन उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई के लिए अब पोस्टर जारी करेगा। हिंसा के समय हथियार लहराते और पथराव करते हुए उपद्रवियों के फोटो सामने लाए जाएंगे। एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे का कहना है कि इसके लिए एसपी सिटी और एसपी देहात को जिम्मेदारी दी गई है। जातीय हिंसा में शामिल आरोपियों के फोटो महानगर के चौराहों और गांव-गांव में लगाए जाएंगे। उपद्रवियों पर सामाजिक दबाव बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

ऐप में होगी सभी गांवों की जानकारी

एसएसपी और डीएम दोनों मिलकर जिले के सभी 887 गांवों का एक क्लिक पर तैयार करने के लिए एक ऐप बनाने पर जोर दे रहे हैं। इसके लिए उन्होंने शुक्रवार रात अफसरों के साथ बैठक की। ऐप में हर गांव के प्रमुख लोगों के नाम, मोबाइल नंबर, गांव में लाइसेंसी हथियार घारक, उनके मोबाइल नंबर, गांव के सार्वजनिक स्थल का रिकार्ड होगा। जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के मोबाइल अपलोड होगा। इस पर एक क्लिक के माध्यम से पूरी जानकारी मिल जाएगी। हिंसा की स्थिति में गांव में प्रमुख लोगों की मदद से तत्काल काबू पाने की कोशिश की जाएगी।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग