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पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सटी किसानों की सैकड़ों बीघा फसल तबाह, पोल्ट्री फॉर्म में डूबकर मुर्गियों की मौत

दिन-रात हुई बारिश यहां के सैकड़ों किसानो पर कहर बनकर टूटी। हलियापुर कस्बा, जरईकला, कुवासी समेत दर्जन भर गांवों में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का पानी नदी की धारा की तरह बहकर आया। जिसने किसानो की धान, खीरा उरद आदि फसल को बर्बाद कर डाला।

guest Asghar-Naqui | Lipi 7 Oct 2022, 8:23 pm
सुल्तानपुर : पूर्वांचल एक्सप्रेस वे यूं तो किसानो को राहत देने के लिए बनाया गया था। लेकिन आपाधापी में कराए गए निर्माण कार्य की मार किसानो पर ही पढ़ रही है। हलियापुर क्षेत्र में जल निकासी नहीं होने के चलते कई दर्जन किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। दो पोल्ट्री फॉर्म में लाखों रुपए की मुर्गियां भी पानी भरने के मर गई हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम hundreds of bigha crops of farmers adjacent to purvanchal expressway destroyed chickens drowned
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सटी किसानों की सैकड़ों बीघा फसल तबाह, पोल्ट्री फॉर्म में डूबकर मुर्गियों की मौत


धान-खीरा व उरद की फसल तबाह
नतीजा ये हुआ कि बुधवार दिन-रात हुई बारिश यहां के सैकड़ों किसानो पर कहर बनकर टूटी। हलियापुर कस्बा, जरईकला, कुवासी समेत दर्जन भर गांवों में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का पानी नदी की धारा की तरह बहकर आया। जिसने किसानो की धान, खीरा उरद आदि फसल को बर्बाद कर डाला। स्थानीय निवासी दिवाकर सिंह ने बताया कि करीब 7 बीघे धान की फसल बर्बाद हुई है। एक बीघा में लगभग 4 हजार का खर्च आया था। इस तरह 28 हजार लागत की फसल जलमग्न होकर बर्बाद हुई है। गंगा राम सिंह व कांशी राम सिंह की भी 6-6 बीघे फसल बर्बाद हुई है। इसी तरह रंजीत सिंह की भी फसल तबाह हुई है।



हजारों मुर्गियां डूबकर मरी
दिवाकर ने बताया कि वो क्षेत्र में ही पोल्ट्री फॉर्म भी चलाते हैं। जो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे करीब है। एक्सप्रेस वे पर पुलिया तो बनाई गई लेकिन जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में तेज पानी का बहाव सीधे पोल्ट्री फॉर्म में पहुंचा। इससे 1800 ग्राम से लेकर 2 किलो तक की 5 हजार मुर्गियां व 250 ग्राम के 5 हजार बच्चे मर गए।



धान की फसलें हुई धराशाई
उन्होंने बताया कि एक महीने पहले ही ये बच्चे डाले गए थे। इसी तरह यहां अनूप सिंह के दो पोल्ट्री में कुल आठ हजार मुर्गी थी। दो हजार मुर्गियों को फार्म के अंदर भरे पानी से निकालकर अन्यत्र फार्मो में पिकअप में भरकर शिफ्ट किया जा रहा है। अन्य मुर्गियां पानी में डूब गई इससे करीब 5 लाख का नुकसान हुआ है।
लेखक के बारे में
अभिषेक शुक्ला
अभिषेक नवभारत टाइम्स में डिजिटल कंंटेंट प्रड्यूसर के पद पर कार्यरत हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद फिल्म टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से फिल्म अप्रिशिएशन का कोर्स किया। दैनिक भास्कर से पेशेवर दुनिया में एंट्री की। अभी एनबीटी के साथ पत्रकारिता में सफर जारी है। सिनेमा और राजनीति में खास दिलचस्पी है।... और पढ़ें

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